204 ऋषि प्रसादः दिसम्बर 2009

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

बापू जी ने दी युक्ति, ऑपरेशन से मिली मुक्ति


मेरी पत्नी को प्रसूति के समय इतनी अधिक तकलीफ हुई कि उसे रात को 2 बजे कल्याण (महाराष्ट्र) में ‘डॉक्टर मक्कर हॉस्पिटल’ में भर्ती कराना पड़ा। डॉक्टर ने कहाः “आज और अभी प्रसूति होने की सम्भावना है।” लेकिन सुबह 7 बजे तक बहुत प्रयत्न करने पर भी वे असफल रहे तो बोलेः “बच्चे का सिर …

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विवेक जागृति


प्रमादो हि मृत्युः पूज्य बापू जी मैं नियति की बात बताता हूँ। आयुर्वेद के प्रणेता धन्वंतरी वैद्य को फोड़ा निकला। दवाई इलाज की उनको क्या कमी, उन्होंने खूब किये लेकिन ढाई-तीन साल तक वह फोड़ा ठीक नहीं हुआ, नासूर हो गया। जब वे सब उपचार करके थक गये तो उन्होंने छोड़ दिया कि ‘होगा वही …

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सत्संग पराग – कबिरा कुत्ता राम का……


(पूज्य बापू जी के सत्संग प्रवचन से) आज का युग इतना गिरा हुआ युग है कि माता-पिता और गुरुजनों का कहा मानने से उन्नति होती है यह बात समझ में नहीं आती, इतनी मति मारी गयी। जो लफंगे कहते हैं उसी को सहयोग देकर बेचारे युवक-युवतियाँ पथभ्रष्ट हो रहे हैं। जवानी तो खिलता हुआ फूल …

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