झूठे अकर्तापन से ज्ञान नहीं होता
एक आदमी ने जूतों की चोरी की। पकड़ा गया। उससे पूछा गया कि “तुमने जूतों की चोरी की ?” बोलाः “नहीं, मैंने नहीं की। मेरे पाँवों ने जूते पहन लिये। मैं चोर नहीं हूँ।” “अच्छा, तुम्हें फाँसी की सजा दी जायेगी।” बोला कि “न-न, मैं जूते चुराये ही नहीं हैं तो सजा क्यों ?” “अरे …