मूर्ख व बुद्धिमान की पहचान
सुकरात से उनके एक शिष्य ने विनम्रता से पूछाः “मूर्ख और बुद्धिमान की क्या पहचान है ?” तत्वज्ञानी महात्मा सुकरात बोलेः “जो ठोकर खाने के बाद अपने अनुभव से भी लाभ न उठाये और ठोकरें ही खाता रहे वह है मूर्ख और जो दूसरों के अनुभवों व महापुरुषों की सीख से लाभ उठा के ठोकर …