232 ऋषि प्रसादः अप्रैल 2012

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

नजरें बदलीं तो नजारे बदले…..


(पूज्य बापू जी की ज्ञानमयी अमृतवाणी) सपने से जगाने के लिए भगवान ने सुंदर व्यवस्था की है। अनुकूलता आती है तो आपका उल्लास, उत्साह बढ़ाती है। प्रतिकूलता आती है तो आपका विवेक जगाती है। अनुकूलता आकर आपको उदार बनाती है, परदुःखकातरता का सदगुण जगाती है। प्रतिकूलता आकर आपको विवेक-वैराग्यवान बनाती है। अनुकूलता में जो आसक्त …

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गाय की बहुउपयोगिता


गाय मानव-जीवन के लिए बहुत ही हितकारी है। शास्त्रों में गाय को माता कहा गया है। गाय की बहुउपयोगिता अब वैज्ञानिकों ने भी विभिन्न प्रयोगों द्वारा सिद्ध की है। गाय का दूध वैज्ञानिकों के अनुसार गाय के दूध में 8 प्रकार के प्रोटीन, 6 प्रकार के विटामिन, 21 प्रकार के एमिनो एसिड, 11 प्रकार के …

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दुःखी कब होना चाहिए ?


(पूज्य बापू जी की पावन अमृतवाणी) अवंति प्रदेश में कुरघर नगर है। वहाँ कोटिकर्ण नाम के एक साधु रहते थे। एक बार कातियानी उन साधु के दर्शन करने गयी। कोटिकर्ण परमात्मा में डुबकी मारकर बोलते थे। अतः उनका उपदेश सुनकर उसके चित्त को शांति मिली। कोटिकर्ण जहाँ प्रवचन कर रहे थे, वहाँ एक दीया जल …

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