236 ऋषि प्रसादः अगस्त 2012

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

महामूर्ख से महाविद्वान


(आत्मनिष्ठ पूज्य बापू जी की मधुमय अमृतवाणी) एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध। तुलसी संगत साध की, हरे कोटि अपराध।। जन्म जन्मान्तरों की पाप-वासनाएँ, दूषित कर्मों के बन्धन सत्संग काट देता है और हृदय में ही हृदयेश्वर का आनंद-माधुर्य भर देता है। कितना भी गया-बीता व्यक्ति हो, मूर्खों से भी दुत्कारा हुआ महामूर्ख …

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घर में कैसे रहें ? – पूज्य बापू जी


घर में सुख-शांति रहे इसके लिए क्या करें ? ʹमेरी चाही….. मेरी चाही होʹ – यही आग्रह झगड़ा और अशांति करता है। ʹमेरा कहा हो, मैं जो कहूँ वही हो, – ऐसा आग्रह छोड़ दें। अपने से बड़ी उम्र के हों तो उसका आदर करो और छोटी उम्र को हों तो उनका मन रखने की …

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गाय की उपयोगिता


गाय मानव जीवन के लिए परम उपयोगी है। गाय की महत्ता का वर्णन बहुत से शास्त्रों में मिलता है। अब वैज्ञानिकों ने भी इस बात को स्वीकार कर लिया है। दूध के अतिरिक्त गाय से प्राप्त अन्य सब द्रव्य भी मानव-जीवन के लिए अत्यन्त महत्त्वपूर्ण हैं। गाय का घी गाय का घी और चावल की …

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