256 ऋषि प्रसाद अप्रैल 2014

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

विश्वसेवा जो कर रहे हैं बापू जी, निंदक कभी कर सकेंगे क्या ?


वर्तमान में विश्व के सामने अनेक समस्याएँ विकराल रूप धारण किये हुए खड़ी हैं। इन समस्याओं का समाधान एवं विश्वमानव के जीवन का सर्वांगीण विकास भारतीय संस्कृति एवं अध्यात्म से ही सम्भव है। यह भलीभाँति जानने वाले महापुरुष हैं बापू जी। भौतिक वस्तुओं एवं भौतिक जीवन का आध्यात्मिकीकरण करने का संदेश देकर निष्काम सेवायोग के …

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संस्कृति की रक्षा व सेवा के लिए संगठित हो जाओ – पूज्य बापू जी


  (26 फरवरी 2006 को नासिक में किया गया सत्संग) मेरे से किसी ने पूछाः “जयेन्द्र सरस्वती महाराज को आपने कैसे बुलाया ? उन पर तो आरोप था !” अरे, वे निर्दोष सज्जन, संत ! मैंने उनको हृदयपूर्वक, अच्छी तरह से  परखा है। वे ऐसा कर नहीं सकते और अभी झूठा आरोप तो किसी पर …

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रेप के खिलाफ नये कानून से बढ़े झूठे केस


सना शकील, नई दिल्ली, नवभारत टाइम्स, 22-02-2014 दिल्ली गैंग रेप केस (निर्भया प्रकरण) के बाद यौन अपराधों के खिलाफ कानून को और सख्त बनाने के झूठे मामलों की संख्या और बढ़ गयी। आँकड़े बताते हैं कि 16 दिसम्बर 2012 के बाद दिल्ली में ट्रायल कोर्ट में झूठे रेप केसों में फँसाये जाने वाले आरोपियों के …

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