257 ऋषि प्रसादः मई 2014

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

संस्कृति रक्षक महापुरुषों पर कितने हुए प्रहार !


जिस समय इस देश में आद्य शंकराचार्य जी का आविर्भाव हुआ था उस समय असामाजिक तत्त्व अनीति, शोषण, भ्रम तथा अनाचार के द्वारा समाज को गलत दिशा में ले जा रहे थे। समाज में फैली इस अव्यवस्था को देखकर बालक शंकर का हृदय काँप उठा। उसने प्रतिज्ञा की कि “मैं राष्ट्र के धर्मोद्धार के लिए …

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जिन्होंने पिलाया भक्तिरस, उन्हें हमने क्या दिया ?


किसी भी संत की जीवन गाथा देखेंगे तो यह जानने को मिलेगा कि उन्हें अपने जीवन में कई यातनाएँ सहनी पड़ीं। भक्तिमती मीराबाई भी ऐसी ही एक संत थीं जिन्होंने अपने जीवन में अति कष्ट सहा परंतु भगवदभक्ति का मार्ग नहीं छोड़ा। मीराबाई का देवर राणा विक्रमादित्य नासमझ और कुबुद्धि था। वह मीराबाई के भजन-पूजन, …

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गर्मियों में बलप्रद व स्वास्थ्यवर्धक आम


पका आम बहुत ही पौष्टिक होता है। इसमें प्रोटीन, विटामिन व खनिज पदार्थ, कार्बोहाइड्रेट तथा शर्करा विपुल मात्रा में होते हैं। आम मीठा, चिकना, शौच साफ लाने वाला तृप्तिदायक, हृदय को बलप्रद, वीर्य की शुद्धि तथा वृद्धि करने वाला है। यह वायु व पित्त नाशक परंतु कफकारक है तथा कांतिवर्धक, रक्त की शुद्धि करने वाला …

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