263 ऋषि प्रसादः नवम्बर 2014

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

सर्दियों के लिए बल व पुष्टि का खजाना


रात को भिगोई हुई 1 चम्मच उड़द की दाल सुबह महीन पीसकर उसमें 2 चम्मच शुद्ध शहद मिला के चाटें। 1,1.30 घंटे बाद मिश्रीयुक्त दूध पियें। पूरी सर्दी यह प्रयोग करने से शरीर बलिष्ठ और सुडौल बनता है तथा वीर्य की वृद्धि होती है। दूध के साथ शतावरी का 2-3 ग्राम चूर्ण लेने से दुबले …

Read More ..

समत्वयोग की शक्ति व जीते जी मुक्ति की युक्ति देती है ‘गीता’ – पूज्य बापू जी


गीता जयन्ती – 2 दिसम्बर 2014 हरि सम जग कछु वस्तु नहीं, प्रेम पंथ सम पंथ। सदगुरु सम सज्जन नहीं, गीता सम नहिं ग्रंथ।। सम्पूर्ण विश्व में ऐसा कोई ग्रन्थ नहीं जिसकी ‘श्रीमद् भगवदगीता’ के समान जयंती मनायी जाती हो। मार्गशीर्ष के शुक्ल पक्ष की एकादशी को कुरुक्षेत्र के मैदान में रणभेरियों के बीच योगेश्वर …

Read More ..

सत्य कभी पराजित नहीं होता


संत महापुरुषों का हमेशा ही समाज को संगठित करके राष्ट्र को समृद्ध व शक्तिशाली बनाने का उद्देश्य रहा है। परंतु तुच्छ स्वार्थपूर्ति के लिए दिग्भ्रमित हुए लोग अपने पदों का दुरुपयोग कर संतों-महापुरुषों व उनकी संस्थाओं पर अमानुषिक अत्याचार करते आये हैं। समाजसेवा के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अपना एक आदर्श स्थान है। …

Read More ..