वेदांत विद्या के अधिकारी कौन ?
लोग विषय सुख ही चाहते हैं – यह कहना ठीक नहीं है क्योंकि वास्तव में लोग सुखमात्र चाहते हैं अन्यथा औषध लेकर भी वे सुषुप्ति-सुख की, जिसमें विषयरहित सुख है, इच्छा न करते ! लोग मात्र सुख चाहते हैं और विषय-सुख उनको अनुभूत है इसलिए उपनिषदों से सजातीय ब्रह्मसुख के बारे में सुनकर उनको ब्रह्मसुख …