309 ऋषि प्रसादः सितम्बर 2018

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

दुर्गुणों को मिटाने में कैसे हों सफल ?


एक महिला का लड़का बड़ा चंचल था। वह कहना नहीं मानता था अतः महिला क्रोधी स्वभाव की हो गयी थी। क्रोध से शरीर में जलन होती थी और आगे चलकर चर्मरोग भी हो गया। व्रत के दिन आये तो घर और आस-पड़ोस के लोग कुछ-न-कुछ वस्तु का त्याग कर रहे थे। उस महिला ने सोचा …

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पायें देशी गायों से उनके रंगानुसार विशेष लाभ


वैसे तो सभी देशी गायों का दूध पुष्टीदायी तथा स्वास्थ्य, बल, बुद्धि व सात्त्विकता वर्धक होता है परंतु कैसी सूक्ष्म दृष्टि है भारत के संतों-महापुरुषों की, जिन्होंने अलग-अलग रंगों की गायों में पायी जाने वाली भिन्न-भिन्न विशेषताएँ भी खोज निकालीं ! सफेद रंग की गाय श्वेत (सफेद) रंग की गायों में धी, धृति, स्मृति वर्धक …

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मन अपना समुझाय ले !


‘हे मन ! व्यर्थ क्यों चक्कर लगा रहा है ? कहीं विश्राम कर। जो काम या बात जैसे होने वाली होती है वह अपने-आप वैसे ही हो जाती है, और किसी प्रकार से नहीं होती। अतः मैं बीती बात का विचार न करते हुए और आगे आने वाली बात का भी विचार (चिंता) न करते …

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