पूज्य संत श्री आशारामजी बापू द्वारा प्रेरित

बाल मंडल

छात्र मंडल

कन्या मंडल

मार्गदर्शिका

महिला उत्थान ट्रस्ट, अहमदाबाद

हे विद्यार्थी ! सेवा व ज्ञान के पथ पर चल...

सदगुरुओं के, सत्शास्त्रों के अनुरूप चलकर तू उन्नति के शिखरों पर चढ़ता जा। स्वार्थरहित, बिना किसी अपेक्षा के यथाशक्ति सामने आये हुए व्यक्ति का सहयोग कर। जिनसे दूसरों का मंगल हो ऐसे सेवाकार्य खोज ले। जो भूले हुए हों उन्हें रास्ता दिखा। तू उन्हें समर्थ सदगुरु के पास पहुँचा दें, जिससे उनकी जन्मों-जन्मों की भूल मिट जाय। लग जाओ, देर मत करो। इस संसार में लोग बहुत दुःखी हैं। उन्हें ब्रह्मज्ञानी सदगुरु के ज्ञान, माधुर्य एवं सांत्वना की तथा उनकी शिक्षा-दीक्षा की जरूरत है। आपको अपने सदगुरुदेव से जो आत्मसुख, आत्मानंद का अनमोल खजाना मिल रहा है, उसे समस्त मानव-जाति में फैलाओ। सेवारूपी ऐसी ज्योत जगाओ जिसके प्रकाश से पूज्य गुरुदेव की महिमा, उनका आलौकिक ज्ञान व दिव्य संदेश विश्व के कोने-कोने में जन-जन तक पहुँचे।

जो दूसरों के मंगल में लग जाता है, क्या उसका अमंगल हो सकता है या दुःख टिक सकता है ? नहीं। जो देते हैं वही हमारे पास लौटकर आता है, बल्कि अनंत गुना होकर आता है। अपने सुख की ललक छोड़कर दूसरों के दुःख मिटाने में लग जाओ। फिर देखना, दुःखहारी श्रीहरि की सत्ता आपको निर्दुःख कर देगी।

अपने दुःख में रोने वाले ! मुस्कराना सीख ले।

औरों के दुःख दर्द में आँसू बहाना सीख ले।।

जो खिलाने में मजा है, आप खाने में नहीं।

जिंदगी में तू किसी के काम आना सीख ले।।

तू किसी से कुछ लेने की चाह मत रखना। महापुरुषों का ज्ञान, उनकी करूणा-कृपा पचा लेना। फिर देखना, तेरा कुटुम्ब, तेरी जाति तो क्या, सम्पूर्ण विश्व के लोग तुझे याद करेंगे और तेरा नाम लिया करेंगे। बाल मंडल, छात्र मंडल व कन्या मंडल द्वारा विद्यार्थियों को महान सेवाओं का अवसर मिले तथा गुरुदेव की बतायी राह पर चलकर वे अपने जीवन को धन्य व कृतकृत्य कर सकें ऐसा प्रयास है। तो अब सेवा के पथ पर चलोगे न ! जरूर चलना क्योंकि सदगुरुओं का दैवी सेवाकार्य व उनका दिव्य ज्ञान आपको महान बना देगा।

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प्रस्तावना

अनेक विद्यार्थियों ने पूज्य बापू जी से मंत्रदीक्षा लेकर और बाल संस्कार केन्द्रों व विद्यार्थी शिविरों से अपने जीवन में आश्चर्यजनक लाभ प्राप्त किये हैं। बचपन से ही विद्यार्थियों को समर्थ सदगुरु से मंत्रदीक्षा, ध्यान, उपासना व प्रार्थना के संस्कार मिलें तो उनका जीवन महानता की सुवास से महक उठता है। उन्हें ऐसा शुभ अवसर सुलभ हो इस हेतु दूरद्रष्टा पूज्य संत श्री आशारामजी बापू की प्रेरणा व मार्गदर्शन से हो रही राष्ट्रव्यापी विद्यार्थी सेवाओं के साथ ही अब शुरु हो रहे हैं – बाल मंडल, छात्र मंडल और कन्या मंडल।

विद्यार्थियों के ये मंडल समाज में जब सेवा हेतु आगे आयेंगे तो इनसे प्रेरणा पाकर कैसे-कैसे परिवर्तन और अनुभव होंगे, यह इस बात से स्पष्ट है – राजनांदगांव (छ्त्तीसगढ़) में बापू जी के इन बच्चों ने गौ-रक्षा हेतु कीर्तन यात्रा निकाली और समिति द्वारा छत्तीसगढ़ प्रशासन से माँग की गयी कि ʹगौ संरक्षण हेतु विशेष नियम बनाये जायें, जिससे हमारी भारतीय संस्कृति एवं धार्मिक भावनाओं की रक्षा हो सके।ʹ बच्चों की इस पहल के चलते छत्तीसगढ़ प्रशासन द्वारा पूरे राज्य में कृषिक पशुओं की हत्या पर ʹकृषिक पशु परिरक्षण अधिनियम (संशोधन) 2011ʹ प्रस्तावित किया गया। अब तो कहना ही पड़ेगा कि ʹबापू जी के बच्चे नहीं रहते कच्चेʹ

आप भी अपने क्षेत्र में विद्यार्थियों के इन मंडलों का गठन करें। मंडलों का गठन सुचारू रूप से व प्रभावशाली हो इसलिए यह मार्गदर्शिका आपकी सेवा में अर्पित है।

विनीत

श्री योग वेदान्त सेवा समिति

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उद्देश्य

इन मंडलों से जुड़कर अधिक-से-अधिक विद्यार्थी बाल संस्कार केन्द्रों और विद्यार्थी शिविरों का लाभ ले सकें और पूज्य बापू जी का सत्संग व मंत्रदीक्षा पाकर उन्नत हों।

विद्यार्थी आज की आधुनिक चकाचौंध से बचकर सनातन संस्कृति के अनुसार चलें और अपना जीवन उज्जवल बनायें।

विभिन्न अभियानों, कीर्तन यात्राओं द्वारा मंडल के विद्यार्थी पूज्य बापू जी का ज्ञान दूसरों तक पहुँचाने की सेवा करें।

मंडल का गठन कैसे करें ?

मंडल के गठन का क्रम इस प्रकार होगाः

मंडल प्रमुखों का चयन व उनके सेवाकार्य, मंडल में विद्यार्थियों का प्रवेश व सेवाकार्य।

मंडल प्रमुखों का चयन व उनके सेवाकार्य

चयनः आपके क्षेत्र के बाल संस्कार केन्द्र शिक्षक, प्रभारी, शिविर शिक्षक, सम्मेलन प्रशिक्षक आपस में मिलकर मंडल का संचालन करने के लिए मंडल प्रमुख, उपप्रमुख, कोषप्रमुख चुनें और मंडल आवेदन-पत्र भरकर समिति से सत्यापित करवायें, फिर मुख्यालय अहमदाबाद को भेजें। इन मंडल प्रमुखों की समयावधि दो वर्ष रहेगी।

सेवाकार्यः पूज्य बापू जी के नजदीकी सत्संग में मंडल प्रमुख अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए पूज्य बापूजी के करकमलों से मंडल की ज्योति जलवायेंगे और अपने क्षेत्र में चल रहे बाल संस्कार केन्द्रों में इस ज्योति को ले जाने व केन्द्र में ʹश्री आशारामायणʹ का पाठ हो ऐसा प्रबंधन करेंगे, जिससे केन्द्र शिक्षकों का उत्साह और श्रद्धा बढ़ती रहे।

समय समय पर विद्यार्थी संबंधी सेवाओं में जुड़े सेवाधारियों की ʹसेवा-साधना बैठकʹ करवायें।

क्षेत्रीय बाल संस्कार प्रभारी व मुख्यालय से सम्पर्क कर सेवाओं की जानकारी लें और उन्हें अपने क्षेत्र में शीघ्र ही कार्यान्वित करवायें।

मंडल के द्वारा होने वाले विभिन्न सेवाकार्य, कीर्तन यात्राएँ व अन्य अभियान कब और कैसे करने हैं, उसकी रूपरेखा बनायें और आयोजित हो चुके सेवाकार्यों की जानकारी (फोटो, प्रेस कटिंग आदि सहित) और त्रैमासिक खर्च का विवरण मुख्यालय को भेजें।

मंडल प्रमुख विद्यार्थियों द्वारा की गयी सेवाओं का मीडिया व प्रेस के द्वारा व्यापक प्रचार करें। इसमें अधिक खर्च न हो इसका विशेष ध्यान रखें।

मंडल प्रमुख मंडल के विद्यार्थियों के लिए पहचान पत्र (I-Card) अहमदाबाद मुख्यालय से मँगवाकर उऩ्हें दें।

सेवा-प्रवृत्ति करने के लिए इकट्ठी की गयी राशि और खर्च आदि का विवरण कोषप्रमुख देखेंगे।

मंडल प्रमुखों को ʹबाल संस्कार केन्द्रʹ चलाना अनिवार्य रहेगा।

मंडल में विद्यार्थियों का प्रवेश व सेवाकार्य

मंडल के प्रकारः

बाल मंडलः बालक और बालिकाएँ दोनों (उम्र 6 से 10 वर्ष तक)

छात्र मंडलः केवल छात्रों के लिए (उम्र 10 से 18 वर्ष तक)

कन्या मंडलः केवल कन्याओं के लिए (उम्र 10 से 17 वर्ष तक)

51 से 151 बच्चों का एक मंडल बनेगा। एक क्षेत्र में एक से अधिक बाल/छात्र/कन्या मंडल बन सकते हैं और हर मंडल के प्रमुख उपप्रमुख व कोषप्रमुख अलग-अलग होंगे।

प्रवेश के नियमः

जिन विद्यार्थियों ने पूज्य बापूजी से मंत्रदीक्षा ली है अथवा जो बाल संस्कार केन्द्र और विद्यार्थी शिविर में भाग लेते हैं या लिये हैं, वे ही मंडल में प्रवेश ले सकेंगे। इसके अलावा दूसरे विद्यार्थी प्रवेश लेना चाहते हैं तो वे पहले नजदीकी बाल संस्कार केन्द्र में प्रवेश लेंगे।

मंडल में प्रवेश के समय ʹजीवन-विकास व श्री आशारामायणʹ साहित्य लेना अनिवार्य है।

विद्यार्थियों को मंडल का पहचान पत्र (I-Card) भी मिलेगा। इसके लिए 5 रूपये देनें होंगे।

वर्ष भर की सेवा-प्रवृत्तियों के आयोजन हेतु विद्यार्थियों को पहली सेवा-प्रवृत्ति में 10 रूपये देने होंगे। (सेवा-प्रवृत्ति, योगासन-भजन-श्लोक पाठ-वक्तृत्व स्पर्धाओं व नाटिकाओं के लिए।

बाल मंडल के बच्चे आगे चलकर छात्र व कन्या मंडल में जायेंगे और फिर युवा सेवा संघ व महिला उत्थान मंडल में प्रवेश लेंगे।

विशेषः मंडल के विद्यार्थियों को पूज्य श्री के सान्निध्य में होने वाले विद्यार्थी शिविरों में आगे बैठने का सुअवसर भी प्राप्त होगा।

सेवाकार्यः मंडल प्रमुखों की देख-रेख में विद्यार्थी निम्न सेवाकार्य करें-

अखंड ज्योत जगाओ अभियानः पूज्य बापू जी के सत्संग में जाकर बच्चे व उनके प्रमुख मिलकर पूज्य श्री के करकमलों से ज्योति प्रज्जवलित करवायें। यह ज्योति लेकर घर-घर में ʹश्री आशारामायणʹ का पाठ करें और क्षेत्र के सभी बाल संस्कार केन्द्रों में भी बारी-बारी से ʹअखंड ज्योत जगाओ अभियानʹ चलायें।

मंडल के विद्यार्थी व्यसनमुक्ति, गौ-रक्षा, और मातृ-पितृ-पूजन दिवस की कीर्तन यात्रा व प्रभातफेरी में सम्मलित हों। मंडल प्रमुख इनका आयोजन करें और समिति इनमें सहयोग करे। विद्यार्थी पूज्य बापू जी के अवतरण व साक्षात्कार दिवस पर समिति द्वारा आयोजित कीर्तन यात्राओं में भी भाग लें।

समय-समय पर ʹपर्यावरण सुरक्षा अभियानʹ (तुलसी, पीपल, आँवला व नीम आदि का वृक्षारोपण), घर-घर में साहित्य-कैलेंडर पहुँचाओ अभियान, भजन संध्या-श्लोक पाठ-योगासन-निबंध-वक्तृत्व स्पर्धाओं और प्रेरणादायी नाटिकाओं का आयोजन करें।

अपने क्षेत्र के दूसरे बच्चों को भी बाल संस्कार केन्द्र, विद्यार्थी उज्जवल भविष्य निर्माण शिविर में जाने व सारस्वत्य मंत्रदीक्षा लेने के लिए प्रेरित करें।

दीपावली के अवसर पर आदिवासी या गरीब बच्चों में मिठाई, सत्साहित्य आदि वितरित करें। समय-समय पर अस्पतालों में भी फल व सत्साहित्य-वितरण कर सकते हैं।

जप-ध्यान की विशेष तिथियों में सामूहिक रूप से (छात्र-कन्याएँ अलग-अलग) जप, कीर्तन, सत्संग, ध्यान का लाभ लें।

गणेश चतुर्थी को ʹगं गणपतये नमःʹ मंत्र, वसंत पंचमी (सरस्वती प्राकट्य दिवस) को सारस्वत्य मंत्र और शिवरात्रि के दिन महामृत्युंजय मंत्र का जप व हवन सामूहिक रूप से करेंगे।

विशेष पर्व, उत्सव आदि पर नजदीकी आश्रम में जाकर आश्रम की सेवाओं का लाभ लें। साथ ही ऋषि प्रसाद, लोक कल्याण सेतु पत्रिकाओं का वितरण करें।

छात्र/कन्या मंडल के मंत्रदीक्षित विद्यार्थी ʹबाल संस्कार केन्द्रʹ भी शुरु करें।

छुट्टियों में दीक्षित बच्चे व बच्चियों के लिए सारस्वत्य मंत्र अनुष्ठान का अलग-अलग आयोजन हो।

मंत्रीमंडल व उनकी सेवाएँ

मंडल के विद्यार्थियों में से मंत्रदीक्षित, योग्य व सक्रिय विद्यार्थियों से मंत्रिमंडल बनायें। इनकी समयावधि छः माह की रहेगी।

मुख्यमंत्रीः मंडल प्रमुखों के निर्देशानुसार मंडल के सभी मंत्रियों को नयी जानकारी दें और उनके सहयोग में रहें। सेवा-प्रवृत्तियों में बच्चों को बुलाने के लिए अन्य मंत्रियों व दूसरे बच्चों की मदद से (उन्हें 10-15 विद्यार्थियों के फोन नम्बर देकर) मंडल के सभी बच्चों को सम्पर्क करें।

गृहमंत्रीः मंडल के बच्चों व मंत्रियों में तालमेल, प्रेमभाव व एकजुटता बनाये रखने की विशेष भूमिका (Volunteer) रहेगी। आपसी मतभेद हो तो उसे दूर करेंगे। प्रवृत्तियों के दौरान सामूहिक प्रार्थना, पूज्यश्री के ऑडियो-वीडियो सत्संग का श्रवण, सत्साहित्य व शास्त्र पठन, पूज्यश्री द्वारा कार कीर्तन आदि का समावेश हो इसका ध्यान रखेंगे। साथ ही सुरक्षा व अनुशासन का भी, जैसे कीर्तन यात्राओं में कतारबद्ध होकर चलना, किसी को कोई चोट-हानि न हो इसका ध्यान रखना। इसके लिए कुछ बड़े विद्यार्थियों का सुरक्षा-सेवा में चयन करें।

योजना मंत्रीः विशेष पर्व, उत्सव, कार्यक्रम, स्पर्धाओं आदि में मंच (स्टेज), सजावट, साउंड, वाद्य (साज-बाज) आदि की व्यवस्था करेंगे।

यातायात मंत्रीः कीर्तन यात्रा और प्रभातफेरी की तैयारियाँ, आने-जाने का मार्ग तय करना, गाड़ियों की व्यवस्था आदि में मंडल प्रमुखों का सहयोग करें।

स्वास्थ्य मंत्रीः रसोई, प्याऊ, भंडारा, प्रसाद आदि तैयारियों की आगेवानी व देख-रेख करेंगे। विद्यार्थी योगासन, प्राणायाम, यौगिक प्रयोग तथा पूज्यश्री द्वारा बतायी गयी स्वास्थ्य की अनमोल कुंजियाँ अपने जीवन में लायें, इस पर भी ध्यान देंगे।

प्रचार मंत्रीः सेवा-प्रवृत्तियों में अधिक-से-अधिक विद्यार्थियों को जोड़ने हेतु प्रचार-प्रसार की तैयारियों में ध्यान देंगे।

ध्यान दें

मंडल प्रमुख मुख्यालय व समिति से विचार-विमर्श करके ही सेवाकार्य करें।

कीर्तन यात्रा के अतिरिक्त छात्र-कन्याएँ व केन्द्र शिक्षक भाई-बहनें अलग-अलग सेवा-प्रवृत्ति करें।

कोई भी छात्र, कन्या, मंडल प्रमुख अथवा केन्द्र शिक्षक अपने गलत या खराब आचरण अथवा गैरकानूनी हरकत का स्वयं जिम्मेदार होगा। ऐसा होने पर मंडल के अन्य सदस्य तुरंत समिति व मुख्यालय को सूचित करें।

बाल/छात्र/कन्या मंडल की तरह बाल संस्कार केन्द्रों का भी संचालन होगा।

बाल संस्कार केन्द्र (उम्र 6 से 10 वर्ष तक)। छात्र बाल संस्कार केन्द्र (उम्र 10 से 18 वर्ष तक) कन्या बाल संस्कार केन्द्र (उम्र 10 से 17 वर्ष तक)

विद्यार्थी अपना स्वभाव सरल, विनम्र, आदर्शयुक्त बनायें और आदरयुक्त व मधुर वचन बोलें, जिससे समाज के लोगों को पता चले कि ये पूज्य बापूजी के बाल मंडल के बच्चे हैं।

सभी विद्यार्थी अपने नजदीकी छात्र/कन्या/बाल संस्कार केन्द्र में अवश्य जायें। अकारण केन्द्र में न जाने से मंडल की सदस्यता रद्द की जा सकती है।

विद्यार्थी, केन्द्र शिक्षक, संयोजक व मंडल प्रमुखों के निर्देशों का तटस्थता से पालन करें।

मंडल में उपयोगी सामग्रीः विद्यार्थी प्रवेश-पत्र, पहचान पत्र (I-Card), प्रचार बैनर, पोशाक (कुर्ता-पजामा और सलवार कमीज)।


पूज्य संत श्री आशारामजी बापू द्वारा प्रेरित बाल मंडल/छात्र मंडल/कन्या मंडल

विद्यार्थी प्रवेश-पत्र

मंडल का प्रकार............................................... (बाल मंडल/छात्र मंडल/कन्या मंडल)

विद्यार्थी का नाम.............................................

 

 

 

 

नया फोटो चिपकायें गूंद से, सुई आदि का प्रयोग नहीं करें।

पूरा पताः .......................................................

......................................................................

........................................................................

......................... ग्राम/शहर...............................

तहसीलः....................जिलाः..............................

राज्यः.......................फोन/मोबाइल नं. ..................

कक्षाः........................ जन्म तिथिः ......................

विशेष योग्यता.................................................

 

सदस्य बनने हेतु निम्न बिंदुओं में एक का होन अनिवार्य है।

 

 

 

आपने पूज्य बापूजी से मंत्र दीक्षा ली है ? (हाँ/नहीं) कब................. कहाँ...................

आपने बाल संस्कार केन्द्र में प्रवेश लिया है ? (हाँ/नहीं)

आपने विद्यार्थी उज्जवल भविष्य निर्माण शिविर भरा है ? (हाँ/नहीं) ..........................

अभिभावक परिचय

पिता का नामः................................... माता का नामः ....................................

फोनः .............................................. फोनः ................................................

व्यवसायः .......................................... व्यवसायः...........................................

मंत्रदीक्षित हैं?(हाँ/नहीं) ...................... मंत्रदीक्षित हैं?(हाँ/नहीं) ..........................

हम यह घोषणा करते हैं कि हमारा बच्चा/बच्ची अपनी जिम्मेदारी पर मंडल की प्रवृत्तियों में स्वेच्छा से भाग लेगा। इसमें संत श्री आशारामजी आश्रम/श्री योग वेदान्त सेवा समिति व मंडल प्रमुख पर कोई बंधन/दबाव नहीं रहेगा।

 

 

हस्ताक्षर विद्यार्थी...........................       हस्ताक्षरः माता पिता...........................

अभिभावकों के उपयोग हेतु

मंजल प्रमुख का नामः .............................. क्षेत्रः................... फोनः...................

मंडल उपप्रमुख का नामः ......................................... फोनः ..............................

आपकी ओर से बाल/छात्र/कन्या मंडल सदस्यता पंजीकरण शुल्क 5 रूपये प्राप्त हुआ।

प्राप्त कर्ता का नामः ............................... फोनः ..................

 

 

 

 

हस्ताक्षरः...............

पूज्य संत श्री आशारामजी बापू द्वारा प्रेरित बाल मंडल/छात्र मंडल/कन्या मंडल

मंडल आवेदन-पत्र

कोड नं. ..................................

(मुख्यालय द्वारा प्राप्त होगा)

मंडल का प्रकार व क्षेत्रः ................................... (बाल/छात्र/कन्या मंडल)

प्रति मंडल का आवेदन पत्र अलग-अलग भरें।

प्रति,

बाल संस्कार विभाग, अखिल भारतीय श्री योग वेदान्त सेवा समिति,

संत श्री आशारामजी आश्रम, साबरमती, अहमदाबाद (गुज.)

आपको सूचित किया जाता है, कि हमने ................................ समिति के सेवा क्षेत्र में .................. (बाल/छात्र/कन्या) मंडल ................................ का गठन कर लिया है। इसमें विद्यार्थियों की संख्या ................ है। हमने मंडल की मार्गदर्शिका का गहराई से अध्ययन किया है। हम मार्गदर्शिका के सभी नियमों व सेवा प्रणाली से सहमत हैं। हम अपनी स्वेच्छा से ये सेवा कार्य करना चाहते हैं हम पर संत श्री आशारामजी आश्रम, अहमदाबाद या उसकी किसी आश्रम शाखा या श्री योग वेदान्त सेवा समिति की ओर से कोई दबाव या जबर्दस्ती नहीं है।

समिति की सहमति से चुने गये मंडल प्रमुखों का विवरणः

क्र.

सेवा पद

पूरा नाम

बालसंस्कार चलाते हैं? हाँ/नहीं

फोन/मो.

हस्ताक्षर

1

मंडल प्रमुख

 

 

 

 

2

मंडल उपप्रमुख

 

 

 

 

3

मंडल कोषाध्यक्ष

 

 

 

 

टिप्पणीः यदि मंडल प्रमुख व उपप्रमुख का अपना केन्द्र नहीं चलता है तो वे एक माह के अन्दर केन्द्र भी शुरु कर दें।

हमारे मंडल के पत्र व्यवहार का पताः ..........................................

............................................................................................

ग्राम/शहर....................... पोस्टः...................... तहसील................ जिलाः ...........

राज्यः...................... पिनकोडः...................... ईमेलः.........................................

समिति सत्यापन

दी गयी उपरोक्त सारी सूचनाएँ समिति की जानकारी में सत्य है। मंडल के सभी प्रमुखों के आचरण अच्छे हैं। जो कि समिति को मान्य हैं।

 

 

 

हस्ताक्षर....................... हस्ताक्षर......................

समिति अध्यक्ष               बाल संस्कार प्रभारी

 

 

 

हस्ताक्षर .......................... संस्कार सेवा प्रभारी

समिति में विद्यार्थी संबंधी सेवाओं को देखने वाले)        समिति की मुहर

आय-व्यय विवरण

मंडल प्रकार (बाल/छात्र/कन्या)- .................................

माहः ............................ से माहः ............................ तक मंडल कोड नं.............

आय

राशि

व्यय

राशि

पिछले त्रैमासिक की शेष राशिः

बच्चों द्वारा प्राप्त राशिः

उपरोक्त तीन माह में)

सदस्यता शुल्क...... x 5 रूपये

वार्षिक शुल्क ..... x 10 रूपये

अन्य स्रोतों से प्राप्त राशिः

विस्तृत विवरण दें नाम व राशि सहित

रु.................

रू................

 

रू................

रू................

प्रचार-प्रसार खर्च

(I-Card, बैनर आदि)

पुरस्कार खर्च

वितरण सामग्री खर्च

(फल, मिठाई आदि)

स्टेशनरी खर्च

अन्नक्षेत्र खर्च

(प्रसाद आदि)

साउण्ड खर्च

अन्य खर्च

...........................

...........................

कुल खर्च

शेष राशि

रु.................

 

 

रु.................

रु.................

 

रु.................

रु... रु.................

 

रु.................

 

 

रु.................

 

रु.................

 

कुल योग

 

कुल योग

 

वर्तमान समय में आपके मंडल में कितने बच्चे पंजीकृत हैं। संख्याः.........................

टिप्पणीः पुरस्कार, वितरण सामग्री, अन्नक्षेत्र खर्च आदि का विस्तृत विवरण दें। (कौन से कार्यक्रम में कितना खर्च हुआ आदि)

मंडल प्रमुख का नामः................................ मंडल कोष प्रमुख का नामः .................

फोनः................................................ फोनः......................................

 

 

हस्ताक्षर.......................................... हस्ताक्षर.....................................

समिति संस्कार सेवा प्रभारी या समिति अध्यक्ष नामः...................................

 

 

फोनः...................................... हस्ताक्षरः...............................

नोटः प्रत्येक मंडल के आय-व्यय विवरण पत्रक अलग-अलग भेजें।

मंडल की त्रैमासिक विधियों की जानकारी

माह

सेवाएँ

सहभागी विद्यार्थी

लाभान्वित जन/विद्यार्थी विद्यालय आदि आँकड़ों में लिखें

उदाहरण

फरवरी

 

मातृपितृ पूजन पुस्तक वितरण

मातृपितृ पूजन कार्यक्रम

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

100

250

 

 

5000 पुस्तक

20 विद्यालय, 50 परिवारों में

अन्य महत्त्वपूर्ण जानकारी/सुझाव/समस्याएँ (यदि हों तो) - ....................................

.................................................................................................................

..................................................................................................................

..................................................................................................................

..................................................................................................................

..................................................................................................................

हस्ताक्षरः

 

 

 

 

मंडल प्रमुख         मंडल उपप्रमुख                  बाल सं. प्रभारी       संस्कार सेवा प्रभारी

नाम......................  ...............................   .........................     .........................

फोन....................... .................................. ............................... ..........................


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