ज़रा
ठहरो
गुरुदेवा, अभी दिल भरा
ही नहीं
ज़रा ठहरो
गुरुदेवा, अभी
दिल भरा ही
नहीं, अभी
दिल भरा ही नहीं |
करें
दर्शन, तुम्हारा
हम, अभी
दिल भरा ही
नहीं, अभी
दिल भरा ही नहीं ||१||
ये मतलब
की है सब
दुनिया हमें भरमायेगी, हमें भरमायेगी |
तेरी रहमत
हमको गुरुवर, खुद ही
तरायेगी, खुद ही तरायेगी |
यूँ
हमसे दूर ना
जाओ, अभी
दिल भरा ही
नहीं, अभी
दिल भरा ही नहीं ||२||
एक झलक
तेरी मेरे
गुरुवर, बिगड़ी
बनायेगी, बिगड़ी बनायेगी |
तेरी
कृपा, सब
प्यासों की, प्यास
बुझायेगी, प्यास बुझायेगी |
ज़रा
हम पर नजर
ड़ालो, अभी
दिल भरा ही नहीं, अभी
दिल भरा ही नहीं ||३||
तुम
जाओगे तो ये
आँखें नीर बहायेंगी,
नीर बहायेंगी
|
मेरे जीवन
में गुरुवर, उदासी
छायेगी, उदासी
छायेगी |
रहम
की अब, नजर
ड़ालो, अभी
दिल भरा ही
नहीं, अभी
दिल भरा ही
नहीं ||४||
तेरी
कृपा ही हम को, तुम से
मिलायेगी, तुम से
मिलायेगी |
तेरी
सेवा मेरा
जीवन सफ़ल बनायेगी, सफ़ल
बनायेगी |
ज़रा
अमृत तो बरसाओ, अभी
दिल भरा ही नहीं, अभी
दिल भरा ही
नहीं ||५||
तेरी
करुणा ही
भक्ति की, लगन लगायेगी, लगन
लगायेगी |
तेरी
दृष्टि मन
मंदिर, में
ज्योत जलायेगी, ज्योत
जलायेगी |
तेरी
मुस्कान से
गुरुवर, अभी
दिल भरा ही नहीं, अभी
दिल भरा ही
नहीं ||६||
पीड़ा विरह की
हमको प्रभु, खूब सतायेगी, खूब
सतायेगी |
बिना
तेरे हृदय की
कलियाँ, ये मुरझायेगी, ये मुरझायेगी |
विनय
स्वीकार तुम
कर लो, अभी
दिल भरा ही नहीं, अभी
दिल भरा ही
नहीं ||७||
ज़रा ठहरो
गुरुदेवा, अभी
दिल भरा ही नहीं, अभी
दिल भरा ही
नहीं |
करें
दर्शन, तुम्हारा
हम, अभी
दिल भरा ही नहीं, अभी
दिल भरा ही
नहीं ||