ऐसा
तेरा प्यार
गुरुवर
ऐसा तेरा
प्यार गुरुवर
भूल न पायें
बार
बार मिलने को
मन ललचाये..
बार
बार तुम ने
दिखाया सच का
चेहरा
आप
का ही ज्ञान
प्रभु सब से गहरा
आप
के चरणों में
दिल है ठहरा
आप
से ही लगता है
हरपल सुनहरा
आप के ही
चरणों में
मस्तक
झुकायें
ऐसा
तेरा प्यार
गुरुवर भूल न
पायें..
तुम
ही हो गुरुवर
जीवन हमारा
सम्भव
नहीं अब तो
तुम बिन गुजारा
छूटेगा
कभी अब ना
दामन तुम्हारा
जैसे
भी हैं तेरे
हैं देना तुम सहारा
आप
की छवि ही
हृदय में
बसाये
ऐसा
तेरा प्यार
गुरुवर भूल न
पायें..
तुम
बिन ये जीवन
का सूना
विराना
श्रद्धा
भक्ति के सुख
से था बेगाना
तुम्हें
पाके लगता है
प्यारा
सुहाना
आप
का रिश्ता लगे
सदियों पुराना
आप
की याद में हर
दिन बितायें
आप
से कभी हम दूर
न जायें
ऐसा
तेरा प्यार
गुरुवर भूल न
पायें
इतनी
ही रहमत प्रभु
हम पे करना
दिल
ये हमारा तुम श्रद्धा से
भरना
आप
के सुमिरन में
जीना
मरना
आप
ही हमारे दोष
दुर्गुण हरना
आप
में ही हम अपनी लगन ये
लगायें
ऐसा
तेरा प्यार
गुरुवर भूल न
पायें..
तुमसे
ही छू कर के
आती हैं
हवायें
महकते
तन मन ये, महकती फिज़ायें
तुमसे
ही खुशियों के
दीप जगमगायें
ज्ञान
से हृदय के
कमल हैं खिलाये
आप
के ही चरणो
में मस्तक
झुकायें
आप
की ही यादों
में हर पल बितायें
ऐसा
तेरा प्यार
गुरुवर भूल न
पायें..