नहीं जाना अब दूर गुरूवर दूर

 

नहीं जाना अब दूर गुरूवर दूर................

कह दो हमारा जी कसूर......................

 

1) तुम ही दाता मेरे, गुरूवर विधाता मेरे

झूठे हैं सारे दसतूर...................

नहीं जाना अब दूर गुरूवर दूर..............

 

2) आज्ञा में तेरी रहें , दुख सारे हंसके सहें

जो भी मिले हो मंजूर................

नहीं जाना अब दूर गुरूवर दूर.................

 

3) अपनी हमें प्रीति देना, अपनी शरण में लेना

प्रेम रहे भरपूर.........................

नहीं जाना अब दूर गुरूवर दूर.................

 

4) दरस तेरे पाते रहें, द्वार तेरे आते रहें

आँखों में रहे तेरा नूर....................

नहीं जाना अब दूर गुरूवर दूर..............

 

5) तुम तो चले जाओगे, याद हमें आओगे

लेकिन बुलाना जी जरूर...............

नहीं जाना अब दूर गुरूवर दूर................