जोगी रे क्या जादू है तेरे प्यार में

 

जोगी रे क्या जादू है तेरे प्यार में

हो जाए तेरा जो भी आए तेरे दरबार में

जाने ना जाने ना जग को खबर कब होगी

 

१) सूरत तेरी बड़ी है प्यारी अखियाँ हैं नूरानी

नज़र उतारूँ तेरी जोगी जाउँ मैं बलिहारी

जोगी रे

 

२) जबसे हुमने तुमको देखा छूट गई मनमानी

श्वास श्वास में नाम जपूँ तेरा मनवा भया लासानी

जोगी रे

 

३) तेरा दर्शन हर पल मांगूँ और ना मांगूँ कुछ भी

तेरी इक मुस्कान पे वारूँ दौलत मान बड़ाई

जोगी रे

 

४) तेरा रूप है सबसे प्यारा सत्संग तेरा न्यारा

सबको नाच नचाए जोगी कैसा भोला भाला

जोगी रे

 

५) तुझसे ही है सब हरियालि महके ड़ाली ड़ाली

जो भी तुझको देखे जोगी छाए मुख पे लाली

जोगी रे

 

६) ज्ञान की ज्योति तुम हो जगाते भक्ति सुधा पिलाते

आनन्द आनन्द सबको आता दौड़े दौड़े आते

जोगी रे

 

७) विरह में तेरी नीर बहाउँ मूरत मनवा बसाऊँ

तुझसे ही मैं नेह लगाके प्रेमाभक्ति जगाऊँ

जोगी रे

 

८) मेरे दिलबर मेरे रहबर साथ सदा तुम रहना

दूर ना होना मुझसे जोगी ऐसा मेरा कहना

जोगी रे

 

९) तू तो कैसा दाता जोगी देता कुछ नहीं लेता

देकर अपना आपा जोगी मुक्त हमें कर देता

जोगी रे

 

१०) सबसे प्यार जोगी मेरा क्या ये दुनिया जाने

प्रेम रंग में सबको रंग दे हो गये सब दीवाने

जोगी रे

 

११) रंगरेज है मेरा जोगी उसका रंग निराला

रंगमयी हो दुनिया सारी एक नजर जो ड़ाला

जोगी रे

 

१२) तन मन में बस जाओ जोगी ये है मेरी मर्जी

इसको मेरा भाव समझलो या समझो खुदगर्जी

जोगी रे

 

१३) तेरे दरस से मन हो पुलकित आनन्द आनन्द छाए

तेरी अंखियाँ ऐसी लागे जैसे हमें बुलाएँ

जोगी रे

 

१४) ब्रह्मज्ञान का रंग लगाए सोई शक्ति जगाए

नित्य नवीन प्रयोग कराए अनहद नाद सुनाए

जोगी रे

 

१५) ऐसा रंग लगा है जोगी भाए ना कोइ दूजा

बार बार मैं तुमको देखूँ करूँ तुम्हारी पूजा

जोगी रे

 

१६) होती है साधना हमारी रहमत से ही तुम्हारी

हस्ते गाते पार लगाते लीला करते न्यारि

जोगी रे

 

१७) हर दिल में बसता है तू ही हमतो इतना जानें

सारी दुनिया लागे सपना तुझको अपना मानें

जोगी रे

 

१८) सत चित आनन्द रूप है जोगी तुम ही राम रमैया

बापूजी के रूप में आके लीला करे कन्हैया

जोगी रे

 

१९) शुद्ध बुद्ध चैतन्य हो तुमतो हुम तो इतना जानें

चित्त के दोषों को हटा के अपनी झलक दिखाते

जोगी रे

 

२०) कन कन में तू व्याप रहा है सबमें सत्ता तुम्हारी

ब्रह्मस्वरूप है मेरा जोगी जाने कोई अधिकारी

जोगी रे

 

२१) जोगी का है जोग निराला दिव्य शक्ति बरसाते

नूरानी नजरों से जोगी सबको उन्नत करता

जोगी रे

 

२२) हम हैं दीवाने जोगी के और नहीं कुछ भाता

ये तो रहमत है जोगी की सबको उन्नत कर्ता

जोगी रे

 

२३) बड़े भाग्य है हम सबके जो ऐसा जोगी पाये

आत्मज्ञान को हस्ते गाते देखो हमे सुनाये

जोगी रे

 

२४) लम्बी आयु जोगी पाए ये अरदास हमारी

विश्वगुरु हो भारत जोगी जाएं हम बलिहारी

जोगी रे

 

२५) तुमसे बांधी मेरे जोगी मैंने प्रीत की ड़ोरी

तुमसे ही मैं तुमको मांगुँ भक्ति हो गयी पूरी

जोगी रे

 

२६) जबसे जोगी तुम हो आए जीवन में खुशियाँ छाई

तू ही मेरा सुबकुछ जोगी तू ही मेरा सहाई

जोगी रे

 

२७) तेरी मेरी प्रीत का धागा जोगी कभी ना टूटे

छूटे ना तेरा गुरुद्वार ओ जोगी

जोगी रे

 

२८) तेरी लगन जिसे लग जाए वो तेरा हो जाए

ऐसी ज्योत जगाइ ओ जोगी

जोगी रे

 

२९) तुमसे ही तीरथ सारे मन्दिर मस्जिद गुरुद्वारे

तुमसे ही रौशन सृष्टि ओ जोगी

जोगी रे

 

३०) शबरी का तू राम मीरा का तू श्याम

हम सबका तु जोगी ओ जोगी

जोगी रे

 

३१) तेरी करुणा जिसपे होती वो पात ज्ञान के मोती

सोती किस्मत जागती ओ जोगी

जोगी रे

 

३२) तू तो कैसा दाता जोगी देता कुछ नहीं लेता

देते तू नहीं थकता सबका दुख हर लेता

जोगी रे

 

३३) तेरे प्रेम में नीर बहाऊँ मूरत  मनवा बसाऊँ

तेरा सुमिरन करके जोगी भव सागर तर जाऊँ

जोगी रे

 

३४) मेरे दिलबर मेरे रहबर साथ सदा तुम रहना

दूर ना होना हमसे जोगी ऐसा मेरा कहना

जोगी रे

 

३५) तेरी मूरत मेरे जोगी प्यारी हमको लगती

देख देख के मेरे जोगी भूख कहां अब लगती

जोगी रे

 

३६) रंगरेज है जोगी ऐसा रंग लगा दे

काम क्रोध और लोभ मोह ना अब कुछ भी भाए

जोगी रे

 

३७) जीव ईश इक रूप बताके ब्रह्म ज्ञान सुनाते

आत्मज्ञान की राह पे देखो हमें बढ़ाते

जोगी रे

 

३८) गुरु बिन ब्रह्म ज्ञान ना होवे बात कहे एक साची

घूम घूम सारी दुनिया देखी देखी मथुरा काशी

जोगी रे

 

जोगी रे क्या जादू है तेरे प्यार में

जाने ना जाने ना जग को खबर कब होगी

जोगी रे हमतो आए तेरे द्वार पे