जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में
जो तुमने राह दिखलाई, उसी पे हम चलेंगे,
भले दुःख हो या विपदायें, कभी ना हम डरेंगे,
तेरी भक्ति, तेरा सुमिरन, तेरी पूजा करेंगे
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में
सूरज के उगने से अंधेरा, जैसे खुद ही भागे,
कोई दुःख और कष्ट न टिकता, इस जोगी के आगे,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में
जहाँ भी जाए खुशियाँ लाए, ये भण्डार सुखों का,
खेल-खेल में अन्त है करता, जोगी सारे दुखों का,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में
मात-पिता की ममता केवल, बाहर हित कर सकती,
जोगी के हृदय की करुणा, जीवन प्रभुमय करती,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में
मेरे दिल की तुम सब जानो, जैसा हूँ अपना मानो,
ठुकरा ना देना मुझे तुम, ओ जोगी..
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में
जग की ख्वाईश ना सताये, चिंता नजदीक न आए,
द्वार जो तेरे आए, ओ जोगी..
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
जोगी की करुणा का सागर, उमड-उमड कर बरसे,
एक झलक पाने को इनकी, भक्त सदा है तरसे,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में..
तारन-हार मिल गया जोगी, कहीं नहीं अब जाना,
इसी जनम में आत्म-ज्ञान को, जोगी से है पाना,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे ज्ञान में...
जग के सब सुख छोटे है, जोगी की भक्ति के आगे,
जोगी कि भक्ति में शक्ति इतनी, सारे दुख हैं भागे,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में..
बडी मधुर-मधुर तेरी वानि, ये कल्याणी वरदानी,
सबको पावन करती, ओ जोगी...
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
श्रधा मेरी ना है जुगनू, चमके और बुझ जाए,
ज्वलाजी कि ज्योत के जैसे, कभी नहीं बुझ पाए,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
जोगी की हर बात निराली, सबके मन को भाए,
बिन सावन के बरसे खुशियाँ, जोगी नज़र जब आए,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
सबके हित की सोचे बोले, सबके हित की करते,
इस जोगी के भक्त कभी ना विपदाओं से डरते,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
तेरि दृष्टि जिन पर पडती, उसका वो मंगल करती,
तुम अमॄत बरसाते, ओ जोगी...
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
तेरी लगन जिसे लग जाए, वो तेरा हो जाए,
ऐसी ज्योत जगाए, ओ जोगी...
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
तेरी भक्ति बिना जोगी, कोई भी दिन ना बीते,
पा के अमृत के सागर को, ना हुम रह जाए रीते,
खुदी को तुम पे वारें हम, भले हारें या जीतें,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
आज तुमसे मेरे जोगी, हम एक इज़हार करते हैं,
तुम हुमारे हो जोगी, हुम तुमसे प्यार करते हैं,
जैसे तैसे भी है जोगी, हमें स्वीकार कर लेना,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
एक झलक मेरे जोगी की बस, बिगडा भाग्य बनाए,
कितनी बडी हो चाहे मुसीबत, यहाँ वो टिक ना पाए,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
तेरा प्यार खींच के लाय, तूने ऐसा जादू चलाया,
दुख चिंता को भगाया, ओ जोगी...
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
जोगी क ज्ञान निराला, पाए है किसमत वाला,
छूटे ना साथ तुम्हार, ओ जोगी...
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
तेरा नाम है भव-भयहारी,
तू हुमें लगे त्रिपुरारी,
तुम अमृत बरसाते, ओ जोगी...
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
तेरे चेहरे से कैसे मैं, नजर अपनी हटाऊँ,
तुम्ही हो प्राण-घन मेरे, तेरे बिन रह ना पाऊँ,
तेरे एहसान हैं जो मुझपे, उसे कैसे चुकाऊँ,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
बडा सुख देती है जोगी, तेरी मधुमय वानि,
तेर ही सच्चा रिश्ता है, दुनिया तो आनी जानी,
जादू स सब पे कर देती, मेरे जोगी की वानि,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
तुम्हे ही चाहते हैं हम, ना कोई चाह दूजी,
तुम्ही दौलत हमारी हो, तुम्ही सच्ची हो पूँजी,
तुम्हारे दर पे ही पाई, है हमने सुख की कुँन्जि,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
तेरे दर पे मेरे जोगी, सबको खुशियाँ मिलती,
मन के रोग है मिटते, जब नज़रे तेरी मिलती,
तेरि मुस्कान को जोगी, तरसती दुनिया सारी,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
तेरी मूरत में रब दिखता,
कोइ शोक ना दुख यहाँ टिकता,
तेरी शरन सुखदाई, ओ जोगी...
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
तेज अनुपम, रूप सुनेहरा, वानि मधु का झरना,
थाम लो जल्दी इनक दामन, पछताओगे वरन,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
खोइ न जान पय है अब तक, घुरुवर कि गहराई,
क्षण में दोष भगा कर सारे, देते हमें ऊँचाई,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
गुरु आज्ञा में रहने वाले, कभी ना भटके जग में,
गुरुवर ही दीदार कराते, ईश के हमको सब में,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
मूरत ऐसी, ईश के जैसी, सबके मन को भाए,
धन्य हो जाता है हर प्राणी, जो भी दर्शन पाए,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
तुम्ही देते सभी को हो, सही सीधा नजरिया,
तेरे ही ज्ञान से जाना, ये सुख-दुख है बदरिया,
बदी प्यारी है, सुख-कारी, गुरु की ये नजरिया,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
खुशियों का सागर तुम गुरुवर, करते कृपा सब पे,
मिलती रहे तुम्हारी छाया, यही दुआ है रब से,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
सूर्य करे है दिन में उजाला, चाँद करे रातों में,
जोगी का ज्ञान करे उजाला, सतत सभी के दिलों में,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
जैसे स्थिर नहीं रहता नभ में, बिजली का चमकारा,
जोगी के अगे नहि टिकता, कोई भी दुख हमारा,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
जहाँ चरण मेरे जोगी रखते, वहाँ फ़िज़ाए खिलती,
जोगी ने उपकार किये जो, उनकी ना है गिनती,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
जोगी के दिव्य ज्ञान से मिट जाए, चिंता और दुख सारे,
करुणा-सिंधु जोगी मेरा, वंदन इन्हें हमारे,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
वीराना लगता था जीवन, जब ना था तुमको देखा,
जब से आए द्वार जोगी के, बदली भाग्य की रेखा,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
मीठी नजरे, हृदय कोमल, वानि सुख का सागर,
कोई परवाह हमको नहीं, अब जोगी तुमको पा कर,
जोगी रे, क्या जादू है तेरे प्यार में...
दुनिया के सुख दो कौडी के, ज्ञान जोगी का निराला,
अंधकार के कूप से हमको, जोगी ने ही निकाला,
...