लाखों दरबार
दुनिया में यूँ
तो
तेरे दर सा
कोई दर नहीं है
जो भी दर पे
तेरे है आया
डूबने का
उसे ड़र नहीं है
१) तुमने तोड़ा
है माया का घेरा
मेरे जीवन
में किया सवेरा
तुमने हर
लिया सब दुख मेरा
और सहारा
कोई तुमसा
नहीं है
२) मेरी दुनिया
तेरे बिन अधूरी
तू ही करता
है हर कमी पूरी
खत्म कर दे
अब दाता ये दूरी
तू नहीं है
तो कुछ भी नहीं
है