2023 की तिथि
जन्माष्टमी उपवास : 7 सितम्बर
जन्माष्टमी जागरण : 7 सितम्बर
जो गर्भवती देवी जन्माष्टमी का व्रत करती है..... उसका गर्भ ठीक से पेट में रह सकता है और ठीक समय जन्म होता है..... ऐसा भविष्यपुराण में लिखा है |
Janmashtami Vow - for pregnant ladies
All pregnant ladies who undertake the vow of Janmashtami.... Their womb grows properly and leads to normal and timely birth.... Such are the verses of Bhavishya Purana.
Audio - Pujya Bapuji Surat 10th Aug' 2012
ये चार तिथियाँ आती है ...कैसा भी आदमी हो ...अपना भाग्य बनाना चाहे तो बना सकता है । होली , दिवाली, जन्माष्टमी और शिवरात्री । इन दिनों में रात्रि को एकांत में रहे, जप करे और ध्यान करे ।
Best time to make a fortune
There are four special days... Irrespective of the type of person and their background... If he wants to create his destiny, then he can. Holi , Diwali , Janmashtami and Shivratri . On these nights, stay in isolation, do japa and meditation.
Audio - पूज्य बापूजी Pokhar 13th Feb'2012
पति पत्नी का व्यवहार सिर्फ़ संतान उत्पत्ति के लिए उपयोग करते तो अपने कुल खानदान को तारते है । पर पति पत्नी का व्यवहार अमावस्या, पूनम, एकदशी, अष्टमी, जन्माष्टमी, शिवरात्रि, दिवाली, होली, एसे पवित्र दिनों में और अपना जन्म दिवस, श्राद्ध पक्ष के दिन करते तो अकाल मृत्यु को बुलाते हो या जीव लेवा बीमारी बुलाते हो , और अगर संतान रह गयी तो विकलांग संतान ही होगी ।
Abstain from indulging in copulation with your spouse on Amavasyaa, Poornima, Ekadashi , Ashtami, Janmastmi, Shivratri, Diwali, Holi, Shradh Paksh and own BirthDay। Copulation should be done to beget progeny and not for sensual pleasure .
Audio -18th December 2007, Betul