सर्वाधिक अमृतवर्षा की रात्रिः शरद पूर्णिमा
(शरद पूर्णिमाः 22 अक्तूबर 2010) (पूज्य बापू जी के सत्संग-अमृत से) कामदेव ने भगवान श्रीकृष्ण से कहा कि “हे वासुदेव ! मैं बड़े-बड़े ऋषियों, मुनियों तपस्वियों और ब्रह्मचारियों को हरा चुका हूँ। मैंने ब्रह्माजी को भी आकर्षित कर दिया। शिवजी की भी समाधि विक्षिप्त कर दी। भगवान नारायण ! अब आपकी बारी है। आपके साथ …