322 ऋषि प्रसादः अक्तूबर 2019

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

भोजन में उपयोगी बर्तनों का स्वास्थ्य पर प्रभाव


भोजन की शुद्धि,  पोष्टिकता व हितकारिता हेतु जितना ध्यान हम भोज्य पदार्थों आदि पर देते हैं, उतना ही ध्यान हमें भोजन बनाने, परोसने, रखने व करने वाले बर्तनों पर भी देना चाहिए । बर्तनों के गुण-दोष भोजन में आ जाते हैं । अतः कौन से बर्तन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं और कौन से लाभकारी …

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समय रहते उनसे जगदीश्वर की मुलाकात का पाठ पढ़ लें-पूज्य बापू जी


एक बार सूफी संत मौलाना जलालुद्दीन अपने शिष्यों के बीच बैठे थे । सब कीर्तन ध्यान की मस्ती में मस्त थे । किसी कॉलेज के प्रोफेसर अपने मित्रों के साथ घूमते-घामते वहाँ आ पहुँचे । उन्होंने सुना था कि ‘यहाँ ध्यान, साधना कराने वाले और आत्मविद्या का प्रसाद बाँटने वाले एक अलमस्त फकीर और उनके …

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तो वह कर्मबंधन से छुड़ाने वाला हो जाता है – पूज्य बापू जी


भगवान कहते हैं- तेषां सततयुक्तानां भजतां प्रीतिपूर्वकम् । ददामि बुद्धियोगं तं येन मामुपयान्ति ते ।। ‘सर्वदा योगयुक्त (सर्वदा मुझ में एकाग्रबुद्धि रखने वाले) और (मुझे) प्रीतिपूर्वक भजने वाले लोगों को मैं बुद्धियोग (ज्ञाननिष्ठा) देता हूँ, जिससे वे मुझे प्राप्त हो जाते हैं ।’ (गीताः 10.10) बुद्धि तो सबके पास है लेकिन बुद्धि में योग आ …

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