गुरु की विचित्र आज्ञा ने पूरे गाँव को उस सन्यासी का शत्रु बना दिया….
आत्मसाक्षात्कारी गुरु इस जमानेव में सचमुच बहुत दुर्लभ हैं। जब योग्य साधक आध्यात्मिक पथ की दीक्षा लेने के लिए गुरु की खोज मे जाता है। तब उसके समक्ष ईश्वर गुरु के स्वरूप मे दिखते हैं और उसे दीक्षा देते हैं। जो मुक्त आत्मा गुरु हैं वे एक निराली जागृत अवस्था मे रहते हैं।जिसे तुरीया अवस्था …