344 ऋषि प्रसादः अगस्त 2021

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

सद्गुरु की युक्ति को मूर्खता से त्यागो मत


पूज्य श्री के पावन सान्निध्य में श्री योगवासिष्ठ महारामायण का पाठ चल रहा हैः महर्षि वसिष्ठ जी बोलेः ″हे राम जी ! एक दिन तुम वेदधर्म की प्रवृत्ति सहित सकाम यज्ञ, योग आदिक त्रिगुणों से रहित होकर स्थित हो और सत्संग व सत्शास्त्र परायण हो तब मैं एक ही क्षण में दृश्यरूपी मैल दूर कर …

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मन को युक्ति से सँभाल लो तो बेड़ा पार हो जायेगा


एक बार बीरबल दरबार में देर से आये तो अकबर ने पूछाः ″देर हो गयी, क्या बात है ?″ बीरबल ने कहाः ″हुजूर ! बच्चा रो रहा था, उसको जरा शांत कराया ।″ ″…तो बच्चे को शांत कराने में दोपहर कर दी तुमने ! कैसे बीरबल ?″ ″हुजूर बच्चे तो बच्चे होते हैं । राजहठ, …

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श्री कृष्ण के जीवन से सीखें कृष्ण-तत्त्व उभारने की कला


जन्माष्टमी 30 अगस्त 2021 श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बधाइयाँ ! जन्माष्टमी महापर्व है । परात्पर ब्रह्म, निर्गुण-निराकार, पूर्णकाम, सर्वव्यापक, सर्वेश्वर, परमेश्वर, देवेश्वर, विश्वेश्वर…. क्या-क्या कहें… वही निराकार ब्रह्म नन्हा-मुन्ना होकर मानवीय लीला करते हुए मानवीय आनंद, माधुर्य, चेतना को ब्रह्मरस से सम्पन्न करने के लिए अवतरित हुआ जिस दिन, वह है जन्माष्टमी का दिन । …

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