231 ऋषि प्रसादः मार्च 2012

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

ऐसे थे भगवान श्रीराम !


(श्रीरामनवमीः 1 अप्रैल) (पूज्य बापू जी की पावन अमृतवाणी) देवताओं ने देखा कि रावण के उपद्रव से प्रजा बहुत दुःखी है, त्राहिमाम् पुकार रही है। यज्ञ आदि पुण्यकर्म नहीं हो रहे हैं। देवताओं की, पितरों की तृप्ति का कार्य भी रावन नहीं करने देता है। इसलिए देवताओं ने ब्रह्माजी की आराधना की। ब्रह्माजी प्रकट हुए …

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स्वास्थ्य प्रदायक नीम


ʹनिम्बति-स्वास्थ्य ददातिʹ अर्थात् जो निरोग करे दे, स्वास्थ्य प्रदान करे वह है ʹनीमʹ। नीम वृक्ष के पंचांग-पत्ते, फूल, फल, छाल एवं जड़ यानी सम्पूर्ण वृक्ष ही औषधीय गुणों से भरपूर है। नीम की छाया भी स्वास्थ्यप्रद है। अतः इसकी छाया व हवा में विश्राम करना श्रेयस्कर है। नीम ठंडा, कड़वा, पित्त व कफशामक परंतु वातवर्धक …

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साधकों की सेवा का प्रेरक पर्वः अवतरण दिवस


(पूज्य बापू जी का 72वाँ अवतरण दिवसः 11 अप्रैल) जीवन के जितने वर्ष पूरे हुए, उनमें जो भी ज्ञान, शांति, भक्ति थी, आने वाले वर्ष में हम उससे भी ज्यादा भगवान की तरफ, समता की तरफ, आत्मवैभव की तरफ बढ़ें इसलिए जन्मदिवस मनाया जाता है। ʹजन्मʹ किसको बोलते हैं ? जो अव्यक्त है, छुपा हुआ …

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