276 ऋषि प्रसादः दिसम्बर 2015

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, सास्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

सूर्य नारायण देते जीवन-निर्माण की सीख


  -पूज्य बापू जी (मकर सक्रान्तिः 14 जनवरी) सब पर्वों की तारीखें बदलती जाती हैं किंतु मकर सक्रांति की तारीख नहीं बदलती। यह नैसर्गिक पर्व है। किसी व्यक्ति के आने-जाने से या किसी के अवतार से यह पर्व नहीं हुआ। प्रकृति में जो मूलभूत परिवर्तन होता है, उससे संबंधित है यह पर्व और प्रकृति की …

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लोक-परलोक सँवारने वाली गीता की 12 विद्याएँ


पूज्य बापू जी (गीता जयंतीः 10 दिसम्बर ) गीता का ज्ञान मनुष्यमात्र का मंगल करने की सत्प्रेरणा देता है, सद्ज्ञान देता है। गीता की 12 विद्याएँ हैं। गीता सिखाती है कि भोजन कैसा करना चाहिए जिससे आपका मन तन्दुरुस्त रहे, व्यवहार कैसा करना चाहिए जिससे आपका मन तंदुरुस्त रहे और ज्ञान कैसा सुनना-समझना चाहिए जिससे …

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आओ मनायें तुलसी पूजन दिवस


  पूज्य संत श्री आशाराम जी बापू द्वारा प्रेरित 25 दिसम्बर तुलसी देती आरोग्य लाभ के साथ सुख-शांति व समृद्धि भी जिसकी तुलना सम्भव न हो ऐसी ‘तुलसी’ का नाम उसकी अतिशय उपयोगिता को सूचित करता है। तुलसी माता का पूजन, दर्शन, सेवन व रोपण आधिदैविक, आधिभौतिक और आध्यात्मिक – तीनों प्रकार के तापों का …

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