108 ऋषि प्रसादः दिसम्बर 2001

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

लाल किलाः समृद्धशाली हिन्दू समाज का प्रतीक…..


भारत के प्राचीन समृद्धशाली समाज का ऐसा जीवंत उदाहरण जिसे देखने के लिए प्रतिदिन लोगों की भीड़ लगी रहती है, जहाँ से स्वतंत्रता एवं गणतंत्र दिवस जैसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्वों पर भारत के प्रधानमंत्री देश की जनता को संबोधित करते हैं, भारत की राजधानी में जिसने आज भी अपनी विशेष पहचान बना रखी है, वह …

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भक्त तुलाधार


संत श्री आसाराम जी बापू के सत्संग-प्रवचन से श्री रामचरितमानस में आया हैः गौधन गजधन बाजिधन, और रतन धन खान। जब आवे संतोष धन, सब धन धूरि समान।। भक्त तुलाधार इसी संतोषरूपी धन के धनी थे। उन्होंने अयाचक व्रत ( न माँगने का  व्रत) धारण किया था। वे खेत में फसल कटने पर अन्न के …

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चरित्र की पवित्रता


चरित्र की पवित्रता हर कार्य में सफल बनाती है। जिसका जीवन संयमी है, सच्चचरित्रता से परिपूर्ण है उसकी गाथा इतिहास के पन्नों पर गायी जाती है। हरि सिंह नलवा का व्यक्तित्व ऐसा ही था। पंजाब के पड़ोसी काबुल द्वारा बार-बार पंजाब के सीमावर्ती इलाकों पर आक्रमण हो रहा था। उसका सामना करने के लिए प्रधान …

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