……..और दर्शनमात्र से पीड़ा हर ली
दिनांक 24-12-1996 को मेरी 11वीं पूनम निमित्त पूज्य श्री के दर्शन हेतु सूरत आश्रम में आया था। उस दिन पूरा दिवस ध्यान शिविर में व्यतीत हुआ किन्तु शाम 7 बजे से कमर के निचले हिस्से में असह्य पीड़ा होने लगी। करीबन 2 घंटे पीड़ा सहता रहा। मेरे सब साथी सूरत आश्रम द्वारा बनवाये गये निवासस्थान …