342 ऋषि प्रसादः जून 2021

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

ऐसा होता है उत्तम श्रद्धालु


सात्त्विक, शुद्ध श्रद्धावाले व्यक्ति ही सर्वोत्तम श्रद्धालु हैं । उत्तम श्रद्धालु का पथ-प्रदर्शन सद्गुरुदेव ही करते है और ये श्रद्धालु सर्वभावेन (सब प्रकार से) सद्गुरुदेव के ही आश्रित होकर रहते हैं इसीलिए श्रद्धालु सदा निर्भय, निश्चिंत होते हैं । श्रद्धालु के हृदय में सद्गुरुदेव के अतिरिक्त और किसी को स्थान नहीं मिलता । वह सरलता …

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“शहर को महामारियों से बचाना असम्भव था लेकिन…”


लोभी धन का चिंतन करता है, मोही परिवार का, कामी कामिनी का, भक्त भगवान का चिंतन करता है किंतु ज्ञानवान महापुरुष ऐसे परम पद को पाये हुए होते हैं कि वे परमात्मा का भी चिंतन नहीं करते क्योंकि परमात्मस्वरूप के ज्ञान से वे परमात्ममय हो जाते हैं । उनके लिए परमात्मा निजस्वरूप से भिन्न नहीं …

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इच्छा बदलने से भगवत्प्राप्ति-साँईँ श्री लीलाशाहजी महाराज


दुनिया के व्यवसायों, धन इकट्ठा करने, सम्मान प्राप्त करने आदि के लिए आप क्या-क्या नहीं करते ! जान की बाजी लगाने से भी नहीं चूकते । जबकि यह स्पष्ट जानते हैं कि यह सब हमारे साथ नहीं चलेगा, अंत में काम नहीं आयेगा । यदि आप चाहें तो भगवत्प्राप्ति भी कर सकते हैं, जो इस …

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