भारतीय संस्कृति के पुजारियों ने, ऋषि-मुनियों ने, मनीषियों ने बुद्धिमत्ता का, बड़ी दूरदर्शिता का परिचय दिया है । जिसका नाम सुनते ही भय और क्रोध पैदा हो जाय उसी का पूजन करके निर्भयता और प्रेम जगाने की व्यवस्था का नाम है – नाग पंचमी उत्सव । ऋषियों ने कितनी सुन्दर मति का परिचय दिया कि …
पूज्य श्री का आत्मिक दिव्य प्रेम, सरल, मधुर वाणी और योग-सामर्थ्य ऐसे मोहक हैं कि वे जहाँ-जहाँ जाते हैं वहाँ परायों को अपना बना लेते हैं और अपनों को उत्साहित करके परमात्मा के पथ पर अग्रसर कर देते हैं । डालते हैं कुछ घटनाओं पर एक नज़रः भयंकर बाढ़ थामी सन् 1973 में साबरमती नदी …
पहले मैं दारू पीना, मांसाहार करना आदि दुर्व्यसनों में बुरी तरह लिप्त था । किसको कैसे मारना, कैसे झगड़ा करना, ऐसे ही विचार दिमाग में घूमते थे । ऑफिस में, घर पर सभी लोग मुझसे बहुत परेशान रहते थे । एक घटना में मुझ पर हाफ मर्डर का केस भी बन गया था । बापू …