358 ऋषि प्रसाद: अक्तूबर 2022

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

स्वास्थ्य कल्याण की बातें


त्रिदोष शमन के लिए वमनं कफनाशाय वातनाशाय मर्दनम् । शयनं पित्तनाशाय ज्वरनाशाय लंघनम् ।। ‘कफनाश करने के लिए वमन (उलटी), वातनाश के लिए मर्दन (मालिश), पित्तनाश हेतु शयन तथा ज्वरनाश के लिए लंघन (उपवास) करना चाहिए ।’ तो वैद्य की आवश्यकता ही क्यों ? दिनान्ते च पिबेद् दुग्धं निशान्ते च जलं पिबेत् । भोजनान्ते पिबेत् …

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रोग से छुट्टी भी और रुग्णावस्था का सदुपयोग भी – पूज्य बापूजी


मन की अस्वस्थता के समय भी आप दिव्य विचार करके लाभान्वित हो सकते हैं । आपके शरीर को रोग ने घेर लिया हो, आप बिस्तर पर पड़ें हो अथवा आपको कोई शारीरिक पीड़ा सताती हो तो इन (निम्नलिखित) विचारों को अवश्य दोहराना । इन विचारों को अपने विचार बनाना । अवश्य लाभ होगा । ऐसे …

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रोगों को मिटाने और भगवान को पाने का सुंदर उपाय अजपाजप – पूज्य बापू जी


सभी रोगों की अचूक दवा है ‘अजपाजप’ । श्वास अंदर जाय तो भगवन्नाम, बाहर आये तो गिनती अथवा श्वास अंदर जाय तो ‘सोऽ’ बाहर आये तो ‘हम्’… यह ‘सोऽहम्’ की साधना अजपाजप कहलाती है । ईश्वरप्राप्ति तो होगी लेकिन उसके पहले शरीर निरोग हो जायेगा, मन, बुद्धि, इन्द्रियाँ निरोग हो जायेंगे । ‘अजपाजप’ को ‘अजपा …

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