360 ऋषि प्रसाद: दिसंबर 2022

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

मंगलमयी, सुख-समृद्धिदायी गौ-सेवा


वैदिक संस्कृति में गायों को विशेष महत्त्व दिया जाता रहा है । गायों के पूजन, आदर-सत्कार एवं श्रृंगार हेतु जैसे गोपाष्टमी पर्व मनाया जाता है वैसे ही पूज्य बापू जी द्वारा प्रेरित ‘विश्वगुरु भारत कार्यक्रम’, जो 25 दिसम्बर से 1 जनवरी तक होता है, उसमें गायों की सेवा, पूजन आदि का विशेष कार्यक्रम होता है …

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पूज्य बापू जी का विश्वमानव को उपहारः विश्वगुरु भारत कार्यक्रम


पूर्वकाल में घर-घर में तुलसी, गीता, गोमाता – भारतीय संस्कृति क ये धरोहरें विद्यमान होती थीं, जिससे लोग स्वस्थ, प्रसन्न व शांत रहते थे । लेकिन धीरे-धीरे इन्हें घरों से बेघर कर दिया गया जिसके कारण समाज रोगग्रस्त व अशांत रहने लगा । वर्तमान समय में इस अशांति ने ऐसा विकराल रूप धारण किया कि …

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सेवा के लिए यह सुवर्ण-युग है – पूज्य बापू जी


समाज तक सत्संग पहुँचाने वाले धनभागी हैं ! जो भी विद्यार्थी हैं, साधक हैं, शिष्य हैं भक्त हैं अथवा जो भी अच्छाई फैलाना चाहते हैं उनके लिए सेवा के लिए यह एक सुवर्ण युग है । सत्संग की बातें, झूठे आरोपों की सच्चाई प्रकट करने की बातें सोशल मीडिया पर ट्विटर आदि द्वारा और ऋषि …

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