मैं भक्तन को दास – पूज्य बापू जी
एक संत थे जिना नाम था जगन्नाथदास महाराज । वे भगवान को प्रीतिपूर्वक भजते थे । वे जब वृद्ध हुए तो थोड़े बीमार रहने लगे । उनके मकान की ऊपरी मंजिल पर वे स्वयं और नीचे उनके शिष्य रहते थे । रात को एक-दो बार बाबा को दस्त लग जाते इसलिए खट-खट की आवाज करते …