116 ऋषि प्रसादः अगस्त 2002

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

तीन उपयोगी बातें


संत श्री आसाराम जी बापू के सत्संग-प्रवचन से साधक के जीवन में तीन बातें होनी चाहिए- दोषनिवृत्ति, गुणाधान, हीनांगपूर्ति। शरीर को स्वच्छ करने के लिए स्नान किया जाता है – यह शरीर की दोषनिवृत्ति है। तेल लगाकर, बालों में कंघी करके, तिलक लगाकर, गहने-गाँठे, वस्त्रादि से उसको सँवारा जाता है – यह गुणाधान है और …

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इतिहास का सबसे बड़ा संकट हिन्दुओं पर आने वाला है


आपका जीवन, धन और देश खतरे में…. महान आश्चर्य की बात है कि अमेरिका तथा यूरोप के 80 धर्मनिरपेक्ष (सेक्यूलर) कहलाने वाले देशों में ईसाई धर्म और ईसाई समाज की उन्नति के लिए दिन-रात कार्य किये जाते हैं। सभी यहूदी, मुसलिम तथा बौद्ध देशों में भी उनके धर्म व समाज की उन्नति के लिए हरेक …

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मौन साधना


मौन आध्यात्मिक जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। व्यर्थ बकवास में शक्ति का अपव्यय होता है। यदि मौन के द्वारा अपनी शक्ति को सुरक्षित रखा जाय तो वह ओज शक्ति में बदलकर ध्यान में सहायक होगी। अधिक न हो सके तो सप्ताह में एक दिन मौन अवश्य रखना चाहिए। यदि गंभीर ध्यान का अभ्यास या …

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