शास्त्र-महिमा – पूज्यपाद संत श्री आसारामजी बापू
ʹगुरु ग्रंथ साहिबʹ में आता है किः साधु ते होवहि न कारज हानि। साधु से कार्य की हानि नहीं होती। साधु किसको कहते हैं ? सत्पुरुख पिछानिया सत्गुरु ता का नाम। तिसके संग सिख उदरियै नानक गुण गान।। जिन्होंने उस सत्यस्वरूप को जाना है, सत्यस्वरूप में जिनकी मति विश्रान्ति पाती है वे जो बोलते …