दीक्षा से दिशा
पूज्यपाद संत श्री आशारामजी बापू धर्म मनुष्य को जीवन जीने की सही दिशा देता है। धर्म की व्याख्या स्वामी विवेकानंद ने बहुत ही सुन्दर तरीके से की है। वे कहते हैं, ʹधर्म अनुभूति की वस्तु है। मुख की बात, मतवाद अथवा युक्तिमूलक कल्पना नहीं है, चाहे वह कितनी ही सुन्दर हो। आत्मा की ब्रह्मस्वरूपता को …