081 ऋषि प्रसादः सितम्बर 1999

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

सूखा नारियल


फरीद बड़े फक्कड़ संत थे। एक बार एक व्यक्ति ने उनके पास जाकर कहाः “महाराज ! ईसा मसीह को क्रॉस पर चढ़ना पड़ा और उनके हाथ पैरों में खीलें ठोक दी गयीं… मंसूर को भी शूली पर चढ़ना पड़ा… सुकरात को जहर दे दिया गया लेकिन ʹहम मर रहे हैंʹ ऐसा महसूस उनको क्यों नहीं …

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पुनर्नवा-साटी-श्वेता-विषखपरा


पुनर्नवा, साटी या विषखपरा के नाम से विख्यात यह वनस्पति वर्षा ऋतु में बहुतायत से पायी जाती है। शरीर की आंतरिक एवं बाह्य सूजन को दूर करने के लिए यह अत्यन्त उपयोगी है। यह तीन प्रकार की होती हैः सफेद, लाल एवं काली। काली पुनर्नवा प्रायः देखने में भी नहीं आती। जो देखने में आती …

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गुरु महिमा


वत्स ! गुरु में पूर्ण विश्वास रखो। उनकी कृपा से, उनकी ज्ञानज्योति से तुम्हारी अंतरात्मा पुनर्जीवित हुई है। उन्होंने तुम्हें ढूँढा और पूर्ण बनाया है। गुरु का साक्षात्कार शिष्य के ऊपर वर्षा की झड़ी सा गिरता है। यह अबाधित है और इसे कोई रोक नहीं सकता। तुम्हारे लिए उनका प्रेम असीम है। वे तुम्हारे लिये …

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