095 ऋषि प्रसादः नवम्बर 2000

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

शीत ऋतु का सूखा मेवाः अंजीर


अञ्जीर की लाल, काली, सफेद और पीली ये चार प्रकार की जातियाँ पायी जाती हैं। इसके कच्चे फलों की सब्जी बनती है। पके अंजीर का मुरब्बा बनता है। अधिक मात्रा में अंजीर खाने से यकृत(Liver) एवं जठर को नुकसान होता है। बादाम खाने से अञ्जीर के दोषों का शमन होता है। गुण-धर्मः पके, ताजे अञ्जीर …

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भक्ति की महिमा


संत श्री आसाराम जी बापू के सत्संग-प्रवचन से श्रीकृष्ण कहते हैं- न साधयति मां योगो न सांख्यं धर्म उद्धव। न स्वाध्यायस्तपस्तयागो यथा भक्तिर्ममोर्जिता।। ʹउद्धव ! योग-साधन, ज्ञान-विज्ञान, धर्मानुष्ठान, जप-पाठ और तप-त्याग मुझे प्राप्त कराने में उतने समर्थ नहीं हैं जितनी दिनों-दिन बढ़ने  वाली अनन्य प्रेममयी मेरी भक्ति।ʹ (श्रीमद् भागवतः 11.14.20( भले ही कोई धन-दौलत के …

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निर्वासनिक बनें….


संत श्री आसारामजी बापू के सत्संग-प्रवचन से ʹश्रीयोगवाशिष्ठ महारामायणʹ में आता हैः ʹहे राम जी ! बहुत शास्त्र और वेद मैं तुम्हें किसलिये सुनाऊँ और कहूँ ? वेदान्तशास्त्र का सिद्धान्त यही है कि किसी भी प्रकार से वासना से रहित हो, इसी का नाम मोक्ष है। वासनासहित का नाम बंधन है। हे राम जी जो …

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