200 ऋषि प्रसादः अगस्त 2009

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

सर्प में भी भगवद्बुद्धि की प्रेरणाः नागपंचमी


नागपंचमी का त्यौहार श्रावण शुक्ल पंचमी को मनाया जाता है । इस दिन नागों की पूजा की जाती है और उनकी प्रसन्नता के लिए बाँबी के पास दुग्धादि पदार्थ रखने का शास्त्रों का विधान है । सर्पदंश के भय से बचने के लिए लोग नागों का पूजन करते हैं, सर्प में परमात्म-भाव से भी पूजन …

Read More ..

महापुरुषों की युक्ति !


(पूज्य बापू जी के सत्संग-प्रवचन से) संसारियों को कई गुत्थियों का हल नहीं मिल पाता । यदि मिल भी जाता है तो एक को राज़ी करने के लिए दूसरे को नाराज़ करना पड़ता है । जबकि ज्ञानियों के लिए उन गुत्थियों को हल करना आसान होता है ज्ञानी महापुरुष ऐसी दक्षता से गुत्थी सुलझा देते …

Read More ..

भाव से भलाई


(पूज्य बापू जी के सत्संग-प्रवचन से) राजा रंतिदेव को अकाल के कारण कई दिन भूखे प्यासे रहना पड़ा । मुश्किल से एक दिन उन्हें भोजन और पानी प्राप्त हुआ, इतने में एक ब्राह्मण अतिथि के रूप में आ गया । उन्होंने बड़ी श्रद्धा से ब्राह्मण को भोजन कराया । उसके बाद एक शूद्र अतिथि आया …

Read More ..