एको धर्मः परं श्रेयः
महात्मा विदुर राजा धृतराष्ट्र से बोलेः राजन ! एको धर्मः परं श्रेयः । ‘एकमात्र धर्म ही परम कल्याणकारी है ।’ भगवती श्रुति की आज्ञा हैः धर्मं चर, धर्मान्न प्रमदितव्यम् ।’ धर्म करो, धर्मकार्य में प्रमाद नहीं करना चाहिए ।’ वेदों में जिन कर्मों का विधान किया गया है वे धर्म हैं और जिनका निषेध किया …