212 ऋषि प्रसादः अगस्त 2010

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

गणेष चतुर्थी या कलंकी चौथ


गणेष चतुर्थी को कलंकी भी कहते हैं। इस चतुर्थी को चाँद देखना वर्जित है। इस वर्ष गणेष चतुर्थी के दिन चन्द्रास्त का समय आश्रम के कैलेंडर में देखें । इस समय तक चन्द्रदर्शन निषिद्ध है। यदि भूल से भी चौथ का चन्द्रमा दिख जाये तो ‘श्रीमद् भागवत’ के 10 वें स्कन्ध के 56-57वें अध्याय में …

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एक प्रसाद से कई प्रसाद


आज मेरी जिंदगी में जो भी खुशी है, सब पूज्य बापू जी की कृपा से मिली है। मेरे पिछले किसी जन्म के पुण्यकर्मों का फल है जो बापू जी की पत्रिका ‘ऋषि प्रसाद’ मुझे मिली। इसे पढ़कर मेरे जीवन में आनंद और प्रसन्नता की बहार आ गयी। मेरी शादी को लगभग आठ साल होने को …

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भक्तों के भगवान


(पूज्य बापू जी के सत्संग-प्रवचन से) महाराष्ट में केशव स्वामी नाम के एक महात्मा हो गये। वे जानते थे कि भगवन्नाम जपने से कलियुग के दोष दूर हो जाते हैं। यदि कोई शुरु में होठों से भगवान का नाम जपे, फिर कंठ में, फिर हृदय से जपे और नाम के अर्थ में लग जाय तो …

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