238 ऋषि प्रसादः अक्तूबर 2012

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

गुरु जी का ऊँचा दृष्टिकोण


ब्रह्मनिष्ठ पूज्य बापू जी का सत्संग-प्रसाद बंगाल के एक प्रसिद्ध राजनेता थे अश्विनी कुमार दत्त। वे इतने ईमानदार थे कि चहुँओर उनकी ख्याति थी। वे बड़े धर्मपरायण व्यक्ति थे। उनके गुरु थे राजनारायण बसु। एक बार राजनारायण बसु को लकवा मार गया। जब अश्विनी कुमार को इस बात का पता चला तो वे सोचने लगे …

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फलों द्वारा स्वास्थ्य रक्षा


शरद ऋतु में स्वभाविक रूप से प्रकुपित पित्त के शमनार्थ प्रकृति में मधुर व शीतल फल परिपक्व होने लगते हैं। फलों में शरीर के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक जीवनसत्त्व (विटामिन्स) व खनिज द्रव्यों के साथ रोगनिवारक औषधि-तत्त्व भी प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं। आँवला यह व्याधि व वार्धक्य को दूर रखने वाला, रक्त …

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दुर्गासप्तशति का आविर्भाव


(नवरात्रिः 16 से 23 अक्तूबर 2012) पूज्य बापू जी के सत्संग-प्रसाद से मोह सकल ब्याधिन्ह कर मूला। तिन्ह ते पुनि उपजहिं बहू सूला।। ʹसब रोगों की जड़ मोह (अज्ञान) है। उन व्याधियों से फिर और बहुत-से शूल उत्पन्न होते हैं।ʹ श्रीरामचरित. उ.कां. 120.15) जीव को जिन चीजों में मोह होता है, देर सबेर वे चीजें …

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