शिवत्व की विशेष प्रसन्नता पाने का पर्वः महाशिवरात्रि
पूज्य बापू जी (महाशिवरात्रिः 27 फरवरी 2014) भगवान शिव कहते हैं- न स्नानेन न वस्त्रेण न धूपेन न चार्चया। तुष्यामि न तथा पुष्पैर्यथा तत्रोपवासतः।। ‘हे पार्वती ! महाशिवरात्रि के दिन जो उपवास करता है वह निश्चय ही मुझे संतुष्ट करता है। उस दिन उपवास करने पर मैं जैसा प्रसन्न होता हूँ, वैसा स्नान, वस्त्र, धूप …