294 ऋषि प्रसादः जून 2017

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

गुरु शिष्य का संबंध अवर्णनीय है


जब स्वामी राम 7 वर्ष के थे तब ज्योतिषियों ने कहाः “इस बालक की 28 वर्ष में मृत्यु हो जायेगी।” राम सिसक-सिसक के रोने लगे कि ‘मैं इतनी अल्पायु में ही मर जाऊँगा और जीवन का लक्ष्य पूरा नहीं कर पाऊँगा।’ सहसा उनके सदगुरु बंगाली बाबा पधारे और उनके रोने का कारण पूछा। बालक राम …

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पूज्य बापू जी के प्रेरक जीवन-प्रसंग


ब्रह्मज्ञानी महापुरुषों की थोड़ी समय की भी निष्ठापूर्वक की गयी सेवा गजब का रंग लाती है। उससे लौकिक-अलौकिक लाभ तो होते ही हैं, साथ ही आध्यात्मिक उन्नति भी होती है। प्रस्तुत है इसी के कुछ ज्वलंत उदाहरण पूज्य बापू जी के हृदयस्पर्शी जीवन प्रसंगों में- डीसा (गुज.) के रहने वाले स्वर्गीय भाणजीभाई प्रजापति अपने जीवन …

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भगवत्प्राप्ति के 14 विघ्न व 6 महत्त्वपूर्ण बातें – पूज्य बापू जी


भगवत्प्राप्ति में 14 प्रकार के विघ्न आते हैं- स्वास्थ्य के प्रति लापरवाहीः यह बड़े-में-बड़ा विघ्न है। यदि मनुष्य अस्वस्थ है तो ध्यान भजन नहीं कर पाता। अतः यह जरूरी है कि शरीर स्वस्थ रहे लेकिन शरीर के स्वास्थ्य की चिंता व चिंतन न रहे यदि किसी कारण से स्वास्थ्य लाभ नहीं रहता तब भी अपने …

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