अब देश में महान क्रांति होगी !
महामंडलेश्वर श्री देवेन्द्रानंद गिरिजी, राष्ट्रीय महामंत्री ‘अखिल भारतीय संत समिति‘
‘अखिल भारतीय संत समिति’ के 11 लाख संत जो हमारे सदस्य हैं, हम पूरी समिति के साथ जहाँ बापू की पसीना गिरेगा वहाँ खून देने को तैयार हैं। अब देश में महान क्रांति होगी ! हमें नाज है बापू पर ! क्यों ?
हम नाज उन पर क्या करें !
जिन्हें जमानों ने बदल दिया।
हम तो बापू जी पर नाज करते हैं।
जो जमाना बदल दे रहे हैं।।
पाखंडी को पद से निकालने के लिए धन्यवाद !
युवा क्रांतिद्रष्टा संत दिनेश भारती जी
आज प्रमोद कृष्णम् जैसे पाखंडी जो पैसे से तुलते हैं, वे बापू जी के ऊपर आक्षेप लगाते हैं। प्रमोद कृष्णम् को ‘अखिल भारतीय संत समिति’ ने उनके पद से ही निकाल दिया, संत समिति को धन्यवाद है।
श्री आशु मोंगिया, राष्ट्रीय अध्यक्ष, ‘गौरक्षा सेना‘ – जो बापू के बारे में पेड समाचार छाप रहे हैं, उनसे मैं एक चीज पूछता हूँ कि क्या आप लोग कोई यथार्थ काम करते हैं या सिर्फ पैसा ले के काम करते हैं ?
श्री नारायण साँईं जीः पूरे विश्व में शांति, भगवत्प्रेम, करुणा, सदभावना, माधुर्य का संदेश भारत ने पहले भी पहुँचाया है और पूज्य बापू जी के माध्यम से यह संदेश सदैव जाता रहा है। षड्यन्त्रकारी लाख कोशिशें कर लें लेकिन उनके षड्यन्त्र सफल नहीं होंगे !
बापू जी का अपमान समाज का अपमान है
श्री लक्ष्मी नारायण जी (दायमा),
केन्द्रीय मार्गदर्शक, ‘विश्व हिन्दू परिषद‘
पूज्य बापू जी ने अपने जीवन की पूरी शक्ति, अपनी पूरी आध्यात्मिक शक्ति इस समाज को खड़ा करने के लिए लगा दी है। अब समाज इस शक्ति का सदुपयोग करे और कहे कि बापू जी ! अब हम आपका अपमान सहन नहीं करेंगे, नहीं होने देंगे। आपका अपमान समाज का अपमान है।
हमारे पूज्य बापू जी भारत के गौरव हैं
स्वामी श्री ओम जी महाराज, अध्यक्ष, ‘हिन्दू राष्ट्रनिर्माण महासंघ‘
संत आशाराम बापू जी करूणावतार, अवतारी संत हैं। हमारे बापू एक साधारण संत नहीं हैं, लीलाशाही (सदगुरु स्वामी लीलाशाहजी की) परम्परा के महान संत हैं। हमारे परम पूज्य बापू जी भारत के गौरव हैं, हिन्दू धर्म के गौरव हैं। जो भी षड्यन्त्रकारी उनके खिलाफ षड्यंत्र में शामिल हैं, बहुत जल्द उनका पर्दाफाश होने वाला है। पहले भी कुछ-न-कुछ झूठे आरोप लगाये गये थे, जिनको सर्वोच्च न्यायालय ने निरस्त किया।
मैं उन बिकाऊ समाचार देने वालों से पूछना चाहता हूँ कि ‘जब बापू पर झूठा आरोप लगाया गया, आपने बवंडर खड़ा किया था लेकिन जब उनको निर्दोष घोषित किया गया तो आपने उनके पक्ष में एक पंक्ति भी क्यों नहीं बोली ? 2 मिनट भी क्यों नहीं दिखाया ?’ हमारे पूज्य शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती जी को भी झूठे आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पूरे विश्व में बवंडर मचा। बाद में शंकराचार्य जी निर्दोष भी साबित हुए थे। हम आभारी हैं, ऋणी हैं परम पूज्य बापू जी के। बापू जी ही एक ऐसे संत थे जो शीघ्र ही जंतर-मंतर (दिल्ली) में आये और उनके नेतृत्व में हमने वहाँ पर आन्दोलन किया। जब हमारे पूज्य शंकराचार्य जी के लिए बापू जी आंदोलन कर सकते हैं तो हम सभी संत मिलकर बापू जी के लिए आंदोलन क्यों नहीं कर सकते !
स्रोतः ऋषि प्रसाद, अक्तूबर 2013, पृष्ठ संख्या 11,15 अंक 250
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