मुझे 2005 से ऋषिप्रसाद की सेवा का सौभाग्य मिल रहा है |
2013 में मुझे स्लिप्ड डिस्क की समस्या हो गयी थी | पैरों और कमर में बहुत पीड़ा होती थी , ठीक से चल नहीं पाती थी |
ऋषिप्रसाद की सेवा के तहत 2018 में मुझे पूज्य श्री के दिव्य तपःस्थली वाटिका में मंत्र अनुष्ठान का दुर्लभ सुअवसर प्राप्त हुआ |
एक दिन मैं बरामदे का फर्श धोने की सेवा कर रही थी | अचानक मेरा पैर फिसल गया और जहाँ पर दर्द होता था उसी तरफ गिर गयी | मुझे लगा की ‘अब तो मैं हमेशा के लिए चल नहीं सकूँगी |’ लेकिन गुरुद्वार की सेवा का ऐसा अद्भुत प्रभाव हुआ की उसी दिन से मेरी सारि तकलीफ चली गयी, सारि दवाइयाँ छूट गयीं | मेरी 5 साल पुरानी बीमारी सदा के लिए मिट गयी !
–ऋषिप्रसाद सितंबर 2019