(शरद पूर्णिमा
की चांदनी में करे यह प्रयोग)
(परम पूज्य संत श्री आशारामजी महाराज के
सत्संग से)
गाय का घी + शहद + त्रिफला (समान मात्रा में) मिश्रण करके शरद
पूर्णिमा को चंद्रमा की
चांदनी में रात भर रखो…. |
सुबह कांच की बरनी में रखो | दस ग्राम सुबह और दस ग्राम शाम को चालीस दिन तक दिन खाओ…. । मैंने तो साठ दिन खाया, चश्मा उतर गया |