351 ऋषि प्रसाद: मार्च 2022

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

निराश होने की बात नहीं… – पूज्य बापू जी


अंधकार है तो प्रकाश भी है, विनाश है तो नवविकास भी है । निराश होने की कोई बात ही नहीं, पतन है तो उत्थान का अवकाश ( अवसर ) भी है ।। मृत्यु है तो जीवन का सूर्योदय भी है ।। हार है तो जीत का दिन भी है ।। निंदा करना, निंदा सुनना यह …

Read More ..

अरब जन्मों के बाद भी लगाना तो वहीं पड़ेगा – पूज्य बापू जी


धन की शुद्धि दान से, मन की शुद्धि मौन से, वाणी की शुद्धि भगवन्नाम-जप से होती है और वस्तुओं की, कई धातुओं की शुद्धि अग्नि से होती है लेकिन अपनी शुद्धि तो परमात्मप्रीति से होती है अतः परमात्मा को प्यार करते जायें । अपने आपको शुद्ध बनाते जायें । हम अपनी शुद्धि करें । कपड़ों …

Read More ..

देश-धर्म-संस्कृति सेवा का सरल माध्यमः सोशल मीडिया


अबदल एक आत्मदेव हैं और परिवर्तन माया की पहचान है । दुनिया एक-सी कभी नहीं रहती, आवश्यकता आविष्कार की जननी है । जब लोगों में आध्यात्मिकता अधिक थी तब लोक-व्यवस्था के लिए राजशाही पर्याप्त थी । धीरे-धीरे आध्यात्मिकता के ह्रास से इन्द्रिय-उन्मुखता बढ़ने पर जब राजसत्ता से प्रजा शोषित होने लगी तब राजशाही को हटाकर …

Read More ..