उन्नत होना हो तो ऊँचे विचार करें
पूज्य बापू जी जो सादगी, सच्चाई, संयम से जीता है उसका मनोबल बढ़ता है और आभा भी बढ़ती है, दिव्य हो जाती है। आजकल सिनेमा, अश्लील वेबसाइटें, भड़कीले वस्त्र-परिधान और उच्छृंखल व्यवहार ने विद्यार्थियों के जीवन को खोखला बना दिया है। जैसा संग मिलता है मन वैसा ही सच्चा मानने लग जाता है क्योंकि हम …