सामर्थ्य का उदगम स्थानः अंतरात्मा – पूज्य बापू जी
(योगी गोरखनाथ जी जयंतीः 20 फरवरी) गोरखनाथ जी नेपाल से वापस जा रहे थे। नीलकंठ की यात्रा करके लौटे हुए नेपालियों को पता चला कि गोरखनाथ जी यहाँ हैं तो उनको दर्शन करने की उत्सुकता हुई। उस समय नेपाल नरेश महेन्द्र देव इतना धर्मांध हो गया था कि सनातन धर्म को अपनी मति के …