109 ऋषि प्रसादः जनवरी 2002

सांसारिक, आध्यात्मिक उन्नति, उत्तम स्वास्थ्य, साँस्कृतिक शिक्षा, मोक्ष के सोपान – ऋषि प्रसाद। हरि ओम्।

सावधानी से स्वास्थ्य


संत श्री आसाराम जी बापू के सत्संग-प्रवचन से स्वस्थ रहने के लिए स्वास्थ्यरक्षक कुछ नियम जान लें- ब्रह्ममुहूर्त में उठें (सूर्योदय से लगभग दो घंटे पूर्व ब्रह्ममुहूर्त होता है।) सुबह नींद से उठकर बासी पानी पियें। हो सके तो ताँबें के बर्तन में रखा हुआ पानी पियें। इससे पेट की तमाम बीमारियाँ दूर हो जाती …

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विवेक का चश्मा


संत श्री आसाराम जी बापू के सत्संग प्रवचन से सुनी है एक कथाः एक ब्राह्मण यात्रा करते-करते किसी नगर से गुजरा। बड़े-बड़े महल एवं अट्टालिकाओं को देखकर ब्राह्मण भिक्षा माँगने गया किन्तु किसी ने भी उसे दो मुट्ठी अऩ्न नहीं दिया। आखिर दोपहर हो गयी। ब्राह्मण दुःखी होकर अपने भाग्य को कोसता हुआ जा रहा …

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भारत का इतिहास


संत श्री आसाराम जी बापू के सत्संग प्रवचन से हमारी संस्कृति के पाँच स्तम्भों में उसका इतिहास विशिष्ट है। 432000 वर्ष का कलियुग, 864000 वर्ष का द्वापर युग, 1326000 वर्ष का त्रेता युग, 1728000 वर्ष का सतयुग होता है। इस प्रकार कुल मिलाकर 4320000 वर्ष बीतते हैं तब एक चतुर्युगी पूरी होती है। ऐसी 71 …

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