साधना का अमृतकालः चतुर्मास
30 जून 2012 से 25 नवम्बर 2012 तक केवल पुण्यप्रद ही नहीं, परमावश्यक है चतुर्मास में साधना। आषाढ़ के शुक्ल पक्ष की एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक भगवान विष्णु योगनिद्रा द्वारा विश्रान्तियोग का आश्रय लेते हुए आत्मा में समाधिस्थ रहते हैं। इस काल को ʹचतुर्मासʹ कहते हैं। संस्कृत में हरि शब्द सूर्य, चन्द्र, वायु, …